उत्तर प्रदेश की राजनीति में रामपुर एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। वजह है जिले की स्वार विधानसभा सीट पर होने वाला उपचुनाव. रामपुर की स्वार और मिर्जापुर की चन्बे विधानसभा सीटों पर 10 मई को उपचुनाव होगा, नतीजे 13 मई को आएंगे. स्वार सीट आज़म खान के सुपुत्र अब्दुल्लाह आज़म के पास थी मगर अब उनकी सदस्य्ता रद्द की जा चुकी है, उन्हें 15 साल पुराने आपराधिक मामले में मुरादाबाद की अदालत ने 13 फरवरी को दो साल की सजा सुनाई थी.
भाजपा लगाएगी पूरा ज़ोर
भारतीय जनता पार्टी किसी भी कीमत पर इस सीट पर जीत हासिल कर आजम खां के इस गढ़ को ध्वस्त करने की फिराक में है. वहीं आजम खान का परिवार भी रामपुर में बीजेपी की इस मंशा को झटका देना चाहता है, जिससे आजम खान की बहू सिदरा अदीब के इस सीट से चुनाव लड़ने की उम्मीद है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी चाहते हैं कि इस सीट से आजम खान के परिवार से कोई चुनाव लड़े. इसी मंशा के तहत उन्होंने आजम खां को स्वार सीट से प्रत्याशी चुनने की जिम्मेदारी सौंपी है.
उम्मीदवारी पर सपा अभी चुप
आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम लगातार दो बार स्वार सीट से विधायक चुने गए थे, लेकिन अब न तो आजम खान और न ही उनके बेटे अब्दुल्ला आजम स्वार सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, जबकि आजम खान की पत्नी तंजीन फात्मा, जो पूर्व सांसद और पूर्व सांसद रह चुकी हैं. ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि आजम खान की बहू सिदरा अदीब स्वार सीट से राजनीति में उतरेंगी. फिलहाल सपा के वरिष्ठ नेता इस संबंध में कुछ नहीं कह रहे हैं. जहां तक सिदरा की बात है तो वह पहले भी चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुकी हैं, यूपी विधानसभा चुनाव से पहले जब यूपी तक ने सिदरा अदीब से इस बारे में सवाल किया था तो उन्होंने कहा था कि वह रामपुर की बिल्कुल सेवा करेंगी.