नई दिल्ली। जी 20 देशों की बैठक में एशियाई विकास बैंक और विश्व बैक ने स्किल गैप और सोशल सिक्योरिटी फाइनेंस पर जोर देने की अपील की है। बता दें कि जी 20 देशों की बैठक के लिए भारत में सभी देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली ने जी-20 देशों से आह्वान किया कि वह रोजगार कार्य समूह के तीन प्राथमिकता वाले क्षेत्र कौशल अंतराल, गिग और प्लेटफॉर्म इकॉनमी और सामाजिक सुरक्षा के सतत वित्त पोषण पर विचार-विमर्श जारी रखें ताकि उन्हें स्पष्ट रणनीति में तब्दील किया जा सके।
केंद्रीय मंत्री ने दूसरी ईडब्ल्यूजी बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि फरवरी में जोधपुर में पहली बैठक के दौरान उल्लेखनीय प्रगति हुई है। जी-20 प्रतिनिधियों, ज्ञान भागीदारों और मेहमानों के सामूहिक प्रयासों ने कार्यकारी समूह के तीन प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के लिए एक ठोस नींव रखी है।
उन्होंने कहा कि संबंधित मंत्रालयों द्वारा अपने देशों में विचार-विमर्श को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा, जी-20 देशों में इसके अंतिम कार्यान्वयन के माध्यम से वैश्विक अर्थव्यवस्था को परिभाषित करने के लिए महत्वपूर्ण है। प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर ठोस परिणामों की ओर बढ़ने के लिए सामूहिक और रचनात्मक संवाद की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जी-20 देशों को इन चर्चाओं को पूरी सावधानी और जिम्मेदारी के साथ जारी रखना चाहिए। जबकि सार्वजनिक नीति को इस तरह से डिजाइन करने की जरूरत है कि ताकि यह कमजोर और गरीबों तक पहुंचे।
74 प्रतिनिधि ले रहे भाग
तीन दिवसीय बैठक में जी-20 देशों, सात अतिथि देशों और पांच अंतरराष्ट्रीय संगठनों के कुल मिलाकर 74 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन, आर्थिक सहयोग और विकास संगठन, अंतरराष्ट्रीय सामाजिक सुरक्षा संघ, एशियाई विकास बैंक और विश्व बैंक के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
इस दौरान बैंकों के समूहों ने भी जी-20 देशों से आग्रह किया कि वो बैंक के एनपीए हुए खातों को खुलवाने में मदद करें। एशियाई विकास बैंक ने अंतराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ाने में मदद का हर संभव आश्वासन दिया। बैंकों के समूहों ने यह भी कहा कि वो आर्थिक सहयोगों के लिए पूरी तरह से जी-20 देशों की मदद के लिए तैयार है।