Manipur violence: मणिपुर में महिलाओं को नग्न घुमाने के मामले में एक और खुलावा एफआईआर में हुआ है। जिसके मुताबिक भीड़ उन पांच लोगों को छुड़ाकर ले गई। जिन्हें पुलिस ने जंगल से बचाया था। मणिपुर पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। मणिपुर में आधुनिक हथियारों से लैस भीड़ दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया था। इसका वीडियो वायरल होने से देशभर में आक्रोश और गुस्सा फैल गया था। सैकुल थाने में 21 जून को हुए मामले में दर्ज एफआईआर के अनुसार महिलाओं को निवस्त्र घुमाने से पहले 1000 लोगों की भीड़ ने गांव में जमकर उत्पात मचाया था। इन लोगों ने गांव पर हमला किया और लोगों की संपत्ति लूट ली। घरों को आग लगाई। महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया। दो महिलाओं का अपहरण कर हैवानियत के बाद बिना कपड़ों के घुमाया।
छापेमारी और गिरफ्तारी
हथियारधारी भीड़ ने वीडियो में दिखने वाली दो महिलाओं में से एक को बचाने आए उसके भाई की हत्या की थी। वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस अब छापेमारी और गिरफ्तारी कर रही है। सैकुल थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार घटना 3 मई को भड़की हिंसा के अगले दिन हुई थी। चार मई को दोपहर तीन बजे लगभग 900-1000 लोग एके-47 राइफल, एसएलआर, इंसास, .303 राइफल जैसे हथियार लेकर जबरदस्ती सैकुल पुलिस स्टेशन से लगभग 68 किमी दक्षिण में गांव में घुस गए। हिंसक भीड़ ने घरों में तोड़फोड़ की और घरों से नकदी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, फर्नीचर, खाद्यान्न, फर्नीचर और पशुओं को लूट लिया था। इसके बाद लोगों ने घरों को आग लगा दी। FIR के अनुसार भीड़ उन पांच लोगों को छुड़ाकर ले गई जिन्हें Police ने बचाया था।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा का कहना है कि मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ हिंसक घटनाओं को लेकर तीन महीनों में तीन बार अधिकारियों को नोटिस भेजा गया लेकिन कोई जवाब नहीं आया। रेखा शर्मा ने उन खबरों का खंडन किया, जिनमें दावा किया था कि आयोग को मणिपुर में 4 मई को दो महिलाओं को निवस्त्र घुमाने की घटना के बारे में 12 जून को शिकायत मिली। उन्होंने कहा कि वीडियो वायरल होने के बाद मामले का स्वतःसंज्ञान लिया।