कप्तान हरमनप्रीत का पिच में बल्ला क्या अटका, भारत की एक यकीनी जीत भी वहीँ पर अटक गयी और अंत में भारत की बेटियां सिर्फ 6 रनों से फाइनल में पहुँचने से चूक गयी. ऑस्ट्रेलिया ने एकबार फिर भारत के विश्व कप जीतने के सपने को तोड़ दिया। भारतीय बल्लेबाज़ी जो शुरू से ऑस्ट्रेलिया से आगे चल रही थी लेकिन 15 वे ओवर से चीज़े बदलनी शुरू हो गयी और देखते ही देखते हाथ में आती जीत फिसलती चली गयी. इस हार से जहाँ टीम इंडिया के खिलाडी मायूस हुए वहीँ करोड़ों भारतीय क्रिकेट फैंस के भी दिल बुरी तरह टूटे। एक वक्त जब पांच बार की चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया ने चार विकेट पर 172 का स्कोर खड़ा किया था तो मुकाबला काफी मुश्किल लग रहा था लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ों ने मैच में ज़बरदस्त वापसी की और मैच को लगभग जीत ही लिया था.
जेमिमा-हरमन की ज़ोरदार साझेदारी
भारत की शुरुआत काफी खराब रही और 28 रन पर शेफाली वर्मा, स्मृति मंधाना और यास्तिका भाटिया पवेलियन लौट गयी. लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ी टूटी नहीं और जीत के जज़्बे के साथ औसत रन रेट से भी आगे चलती हुई आगे बढ़ी. पहले जेमिमा रोड्रिग्ज़ और हरमनप्रीत के बीच ज़बरदस्त साझेदारी हुई. इस साझेदारी में आज जेमिमा का बदला हुआ रूप नज़र आया. आम तौर पर थोड़ा स्लो खेलने वाली इस बल्लेबाज़ ने आज सिर्फ 24 गेंदों में 43 रन ठोंककर मैच में भारत की वापसी की राह बनाई। 11 वे ओवर में जेमिमा आउट हुई, उस समय भारत के 97 रन बन चुके थे.
फील्डिंग ने डाला बड़ा अंतर
यह भारत का चौथा विकेट मगर रन औसत भारत के काबू में था. यहाँ से कप्तान हरमनप्रीत कौर और इन फॉर्म ऋचा घोष ने तेज़ी से स्कोर को आगे बढ़ाना शुरू किया। ऑस्ट्रेलिया की टीम काफी परेशान लग रही थी, उसके गेंदबाज़ साफ़ दबाव में नज़र आ रहे थे. सबकुछ भारत के हक़ में चल रहा था तभी कप्तान कौर ने वो हरकत कर दी जो कम से कम उन जैसी अनुभवी बल्लेबाज़ से तो हरगिज़ उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने एक शानदार शॉट खेला जिसको बॉउंड्री पर दौड़ लगाती हुई एलिस पैरी ने डाइव मारकर रोका, इस दौरान कौर दूसरा रन लेने के लिए भागी लेकिन यहाँ पर उनसे दो गलतियां हुई. पहले तो उनकी रनिंग काफी लेज़ी रही और फिर पॉपिंग क्रीज़ से पहले जब उन्होंने बल्ले को ड्रैग किया तो वो फंस गया जिसका नतीजा यह हुआ कि उनका पैर हवा में ही रह गया और विकेट कीपर ने बेल्स उड़ा दीं.
कौर की गलती से छिन गया मैच
कौर समझ गयी थी कि उनसे ऐसी गलती हुई है जिसकी भरपाई शायद मुश्किल है और इसी निराशा में उन्होंने बल्ला भी फेंक दिया। कौर की निराशा सही निकली और भारत 5 रनों से मैच हार गया. दरअसल कौर के आउट होने के बाद निराश नज़र आ रहे ऑस्ट्रेलियन खिलाडियों के चेहरे चमक उठे और साथ में गेंदबाज़ों की गेंदबाज़ी भी. इसके बाद ऋचा घोष भी एक बड़ा शॉट खेलते हुए बॉउंड्री पर पकड़ी गयीं। स्नेह राणा भी बड़ी हिट मारने के चक्कर में बोल्ड हो गयी। राधा यादव शून्य पर ही आउट हुई. दीप्ति शर्मा ने ज़रूर कोशिश की भारत को जीत दिलाने की लेकिन उसमें वो नाकाम रही, दीप्ति ने नाबाद 20 रनों की पारी खेली। ऑस्ट्रलिया के लिए डार्सी ब्राउन ने काफी किफायती गेंदबाज़ी की और चार ओवरों में 18 रन देकर दो विकेट हासिल किये। उनकी गेंदबाज़ी ने ही दोनों टीमों में बड़ा फर्क पैदा किया. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने बेथ मूनी के 54, कप्तान मेग लैनिंग के नाबाद 49 और अश्ली गार्डनर के 31 रनों की पारी की बदौलत चार विकेट खोकर 172 रनों का एक बड़ा स्कोर खड़ा किया। भारत के लिए शिखा पांडेय ने दो विकेट हासिल किये.