ICC पुरुष T20 विश्व कप में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने कप्तानी छोड़ दी है और सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट को भी ठुकरा दिया है। आपको बता दें कि न्यूजीलैंड की टीम 37 साल में पहली बार किसी ICC टूर्नामेंट के लीग राउंड में बाहर हो गई है। इस बार NZ की टीम सुपर 8 में भी नहीं पहुंच पाई। पहले उसे अफगानिस्तान ने 84 रन से हराया। फिर उसे सह-मेजबान वेस्टइंडीज ने 13 रन से हराया। हालांकि, अगले दो मैचों में उसने आसानी से जीत हासिल की, दरअसल अफगानिस्तान ने इस बार शानदार प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड की जगह ग्रुप सी में ले ली।
विलियमसन ने टेस्ट टीम की कप्तानी पहले ही छोड़ दी थी। हालांकि, विलियमसन ने कहा कि वह तीनों फॉर्मेट में चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। 33 वर्षीय विलियमसन ने कहा, ‘मैं सभी फॉर्मेट में टीम में योगदान देना चाहता हूं। न्यूजीलैंड की गर्मियों के दौरान विदेश में खेलने का मौका मिलेगा, इसलिए मैं सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऑफर स्वीकार करने में असमर्थ हूं।’
न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों के लिए केंद्रीय अनुबंध को अस्वीकार करना कोई नई बात नहीं है। ट्रेंट बोल्ट और जिमी नीशम जैसे स्टार खिलाड़ी भी ऐसा कर चुके हैं, ताकि वे विदेशी लीग में हिस्सा ले सकें। आपको बता दें कि न्यूजीलैंड क्रिकेट के केंद्रीय अनुबंध से बंधे खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अलावा घरेलू सुपर स्मैश प्रतियोगिता खेलने के लिए प्रतिबद्ध रहना होता है, लेकिन विलियमसन बोल्ट-नीशम की तरह ऐसा नहीं चाहते थे। न्यूजीलैंड क्रिकेट के मुताबिक, केन विलियमसन विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के मौजूदा चक्र में न्यूजीलैंड के बचे हुए आठ मैचों के लिए उपलब्ध रहेंगे।
इस चैंपियनशिप में न्यूजीलैंड एक बार फिर फाइनल खेलने की कोशिश करेगा, जो अगले साल जून में लॉर्ड्स में खेला जाएगा। नवंबर के अंत में न्यूजीलैंड अपनी धरती पर इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट खेलेगा। विलियमसन ने कहा, ‘न्यूजीलैंड के लिए खेलना मेरे लिए बहुत कीमती है और टीम को कुछ वापस देने की मेरी इच्छा अभी कम नहीं हुई है। हालांकि, क्रिकेट से बाहर मेरी जिंदगी बदल गई है। अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताना। उनके साथ या घर या विदेश में अनुभवों का आनंद लेना मेरे लिए और भी ज्यादा महत्वपूर्ण है।’