कल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार मैचों की श्रंखला के लिए भारतीय टेस्ट टीम का एलान हुआ. टीम में टी 20 और ODI में तूफानी बल्लेबाज़ी कर रहे सूर्य कुमार यादव का नाम भी शामिल किया गया. सूर्य कुमार को टेस्ट टीम में मौका देने का जहाँ बहुत से लोगों ने ठीक फैसला कहा तो कुछ लोगों ने इस फैसले पर नाराज़गी जताई। विशेषकर सोशल मीडिया पर सूर्य कुमार को टेस्ट में मौका दिये जाने का एक तरह से विरोध हो रहा है, और यह विरोध सरफ़राज़ खान को लेकर है.
सरफ़राज़ के रणजी प्रदर्शन को नज़रअंदाज़ किया गया
सोशल मीडिया पर लोगों ने मोर्चा खोलते हुए कहा कि सूर्य कुमार को बिना लम्बी पारियों के लिए टेस्ट किये बिना इस लिए शामिल कर लिया गया कि वो टी 20 और ODI में रन बना रहे हैं, उन्होंने अभी तक लम्बे फॉर्मेट में खुद को साबित भी नहीं किया है जबकि मुंबई के सरफ़राज़ खान लगातार लम्बे फॉर्मेट में लम्बी लम्बी पारियां खेलकर खुद को साबित कर चुके हैं। टेस्ट टीम में अगर किसी नए खिलाडी को मौका मिलना चाहिए तो वो सरफ़राज़ खान को मिलना चाहिए था. सेलेक्टर्स का यह फैसला तो चढ़ते सूरज को सलाम और नाम के पीछे भागने जैसा है.
पृथ्वी शॉ को भी भुलाया गया
बता दें कि मुंबई के मिडिल आर्डर बल्लेबाज़ सरफ़राज़ खान पिछले दो घरेलू सीज़न से धमाल मचाये हुए हैं. पिछले सीजन में उन्होंने 6 मैच में 122 की औसत से 982 रन बनाये थे. इस सीजन में भी वो गज़ब की फॉर्म में है और दो शतक और एक अर्धशतक की मदद से अबतक 431 रन जड़ चुके हैं. सोशल मीडिया पर लोग सूर्य कुमार के सिलेक्शन को रणजी ट्रॉफी का एक तरह से अपमान बता रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि सेलेक्टर की निगाह में रणजी का प्रदर्शन कोई मायने नहीं रखता। पृथ्वी शाह की बड़ी बड़ी पारियां भी इसका बहुत बड़ा सबूत हैं जिन्हे लगातार नज़रअंदाज़ किया जा रहा है. हालाँकि अभी दो टेस्ट के लिए टीम का एलान हुआ है, देखते हैं कि अगले दो टेस्टों में इन्हें मौका मिलता है या नहीं।