Wholesale Inflation in August 2023: अगस्त में जरूरी वस्तुओं की थोक महंगाई जुलाई के 7.57 फीसदी से कम होकर 6.34 फीसदी पर आ गई है। ईंधन और बिजली की थोक महंगाई -12.79 प्रतिशत से बढ़कर -6.03 प्रतिशत पर आ गई। अगस्त में विनिर्मित वस्तुओं की थोक महंगाई जुलाई के -2.51 प्रतिशत से बढ़कर 2.37 प्रतिशत पर रही है। अगस्त में कोर महंगाई दर 2.2 फीसदी पर बनी रही।
भारत की थोक महंगाई दर
वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से आज 14 सितंबर को जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत की थोक महंगाई दर अगस्त में लगातार पांचवें महीने में निगेटिव रहीं है। निगेटिव जोन में रहने के बावजूद थोक महंगाई दर (डब्ल्यूपीआई) के हाई -0.52 प्रतिशत पर पहुंच गई है। जो बीते पांच माह के उच्चतम स्तर है। अगस्त में होलसेल महंगाई जुलाई के -1.36 प्रतिशत से बढ़कर -0.52 प्रतिशत पर आई है। हालांकि इसके 0.6 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया था।
खाने-पीने की चीजों की थोक महंगाई
अगस्त में खाने-पीने की चीजों की थोक महंगाई जुलाई के 7.75 प्रतिशत से घटकर 5.62 फीसदी पर आ गई हे। अगस्त में प्राथमिक वस्तुओं की थोक महंगाई की बात करें तो यह जुलाई के 7.57 प्रतिशत से कम होकर 6.34 फीसदी हो गई। ईंधन और बिजली की थोक महंगाई -12.79 प्रतिशत से बढ़कर -6.03 प्रतिशत पर आ गई है। अगस्त में देश में विनिर्मित वस्तुओं की थोक महंगाई जुलाई के -2.51 प्रतिशत से बढ़कर 2.37 प्रतिशत पर रही है। अगस्त में कोर महंगाई दर 2.2 प्रतिशत पर बनी रही।
थोक महंगाई के आंकड़े सरकार अगस्त महीने के खुदरा महंगाई (सीपीआई) के आंकड़ों के दो दिन बाद आए। 12 सितंबर को जारी आंकड़ों के अनुसार अगस्त में देश की खुदरा महंगाई दर जुलाई के 15 महीने के उच्चतम स्तर 7.44 प्रतिशत से घटकर 6.83 प्रतिशत पर आ गई है।