आईपीएल 2024 के 18 मैचों में एक भी शतक नहीं लगा था लेकिन कल रात RCB और RR के बीच खेले गए मैच में दो शतक आ गए. एक विराट कोहली की तरफ से और दूसरा जोश बटलर के बल्ले से. विराट का शतक पहले आया और जोश का बाद में जो मैच जिताऊ साबित हुआ. आम तौर पर ऐसा ही देखा जाता है कि पहली पारी के शतक पर दूसरी पारी का शतक भारी पड़ जाता है और कल रात के मैच में भी ऐसा ही हुआ. RCB ने पहले बल्लेबाज़ी की और तीन विकेट पर 183 रन ही बना सकी, जवाब में पांच गेंद शेष रहते राजस्थान रॉयल्स ने चार विकेट पर 189 रन बनाकर अपना लगातार चौथा मैच जीत लिया।
दोनों ही पारियां लगभग एक जैसी रही. एक टीम 20 ओवर में सिर्फ तीन विकेट खोकर 183 रन ही बना सकी, आज के टी 20 दौर में इसे सुरक्षित स्कोर नहीं कहा जा सकता यही वजह है कि RCB के गेंदबाज़ इसकी सुरक्षा नहीं कर सके. दोनों ही टीमों की तरफ से दो दो पारियां आयी , RCB की तरफ से विराट कोहली ने 113 रन बनाये और और कप्तान फाफ डुप्लेसिस ने 44. दूसरी तरफ RR की तरफ से भी दो पारियां ही आयी, जोश बटलर ने नाबाद 100 और कप्तान संजू सेमसन ने 69 रन बनाये। यहाँ तक दोनों ही टीमों के बीच सबकुछ लगभग एक जैसा ही रहा लेकिन जब हम स्ट्राइक रेट पर नज़र डालते हैं तो चीज़ें बदल जाती है।
विराट कोहली ने 113 रनों की पारी खेली और उनका स्ट्राइक रेट 156.94 रहा, जोकि काफी अच्छा है मगर सामने जब जोश बटलर का स्ट्राइक रेट देखते हैं तो कम लगता है। जोश ने पूरे 100 रन बनाये मगर उनका स्ट्राइक रेट 172.41 नज़र आता है। वहीँ RCB के कप्तान की 44 रनों की पारी 133.33 के स्ट्राइक रेट से आती है मगर RR के कप्तान की पारी 164.28 से आती है. यही स्ट्राइक रेट RCB की पारी पर सवाल खड़ा करता है और विराट कोहली पर भी। RCB ने पहले विकेट के लिए 125 रन बनाये, मगर टोटल स्कोर सिर्फ 183 पर जा अटका और विकेट भी मात्र तीन ही गिरे। फाफ और विराट की साझेदारी 14 ओवर तक चली मगर इसके बाद विराट का स्ट्राइक रेट वही रहा जो फाफ के साथ था. माना की विराट ने शतक बनाया लेकिन ऐसा शतक किस काम का जो टीम के काम न आ सके. स्ट्राइक रेट विराट के लिए एक समस्या है और इसपर उँगलियाँ भी उठ रही हैं , खासकर तब जब आप सेट होने के बाद अपने स्ट्राइक रेट को न बढ़ा पा रहे हों. टी 20 में अब पार स्कोर 200+ हो चूका है और उसके लिए हर ओवर में 10 रनों की ज़रुरत होती है, गेंदबाज़ों के लिए अब ज़्यादा कुछ नहीं होता, जो कम पिटाई खाये वो अच्छा गेंदबाज़ बन जाता है। जहाँ तक विकेट की बात है तो वो इस फॉर्मेट में मिल ही जाते हैं.