Meerut News : लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट आरक्षण की बिसात बिछाई जाने लगी है। इसके लिए आज जाट समुदाय ने अखिल भारतीय जाट महासभा का आयोजन किया। जिसमें जाट समाज के तमाम दिग्गज नेता और राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं समेत नरेश टिकैत आयोजन में शामिल होने पहुंचे हैं। इसके अलावा खाप चौधरी ने भी जाट समाज के इस सम्मेलन में पहुंचकर केंद्र सरकार के खिलाफ हुंकार भरी है।
जाट राजनीति को गरमाने की तैयारी शुरू
लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय सेवा में जाट आरक्षण का मुद्दा उठाकर जाट राजनीति को गरमाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके लिए अखिल भारतीय जाट महासभा ने आज मेरठ में जाटों का बड़ा सम्मेलन आयोजित किया। अखिल भारतीय जाट महासभा की तरफ से करखेड़ा के शगुन फार्म हाउस में प्रांतीय सम्मेलन हुआ। इस सम्मेलन में जाट समाज के दिग्गजों ने केंद्र में आरक्षण दिलाने की रणनीति तैयार की। मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मालिक को इस सम्मेलन में शामिल होना था। लेकिन किन्हीं कारणों के चलते सत्यपाल मलिक सम्मेलन में नहीं आ सके।
आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति तय की
उनके अलावा भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के साथ बालियान खाप, मलिक खाप के अलावा अन्य खापो के चौधरी भी सम्मेलन में शामिल हुए। कार्यक्रम में जाट समाज को आरक्षण न दिए जाने पर आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति तय की गई। सम्मेलन में जाट समाज ने अपनी ताकत दिखाई। सम्मेलन में चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि भाजपा जाट समाज की मांगों की अनदेखी कर रही हैं। जिसका खामियाजा उसे आगामी लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ेगा। जाट सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली सहित कई राज्यों से जाट समाज के लोग रविवार सुबह से जुटना शुरू हो गए थे।
रालोद नेताओं ने सम्मेलन को समर्थन
रालोद के वरिष्ठ नेताओं ने जाट सम्मेलन को समर्थन दिया। रालोद नेता डॉ. राजकुमार सांगवान ने कहा चौधरी अजित सिंह के प्रयासों से जाट समाज को केंद्र में आरक्षण मिला था। इसको साजिश के तहत खत्म कराया गया है। सुनील रोहटा ने कहा कि आज समाज के युवाओं को केंद्र सरकार की नौकरियों में आरक्षण की अधिक जरूरत है।