Russia and Ukraine war: रूस और यूक्रेन युद्ध में स्थिति बहुत अनिश्चित हो गई है। रूस की गतिविधियां अब दुनिया के देशों को समझ नहीं आ रही हैं। बेलारूस में युद्धाभ्यास की शुरुआत हो चुकी है। बेलारूस की आर्मी MLRS और टैंक से हमले का अभ्यास कर रही है। आशंका है कि अब पुतिन यूक्रेन नहीं बल्कि नाटो से हिसाब चुकता करने की तैयारी में हैं। क्रीमिया में होने वाले हर हमले के बाद रूस ने यूक्रेन पर कहर बरपाया है।
नाटो देशों को रूस के बड़े हमले का डर सताने लगा
रूस के परमाणु हथियारों का भंडार और रूस की जमीन पर एक धमाके की सूरत में न्यूक्लियर हथियारों की प्रहार की धमकी की वजह से यूक्रेन को लंबे समय तक नाटो से लंबी दूरी वाले हथियार नहीं मिले। अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों ने विश्व युद्ध की आशंका की वजह से हथियारों की सप्लाई बहुत सोच समझ की है। लेकिन लगता है अब हद पार हो चुकी है। यूक्रेन हर दिन रूस में हमले कर रहा है। सेवस्तोपोल में जितना बड़ा हमला हुआ उसके बाद नाटो देशों को रूस के बड़े हमले का डर सताने लगा है। रूस में न्यूक्लियर फोर्स को लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा है। आशंका है कि अब पुतिन यूक्रेन नहीं बल्कि नाटो से हिसाब चुकता करने की तैयारी में हैं।
रूस ने अपनी एटमी फोर्स को एक्टिव कर दिया
इस बीच रूस ने अपनी एटमी फोर्स को एक्टिव कर दिया है। जो लगातार प्रैक्टिस पर हैं ये प्रैक्टिस YARS मिसाइल से की जा रही है। रूस की यार्स मिसाइल बेहद ताकतवर और घातक है। YARS मिसाइल एक बार में 300 से 500 किलोटन के 3 से 6 वॉरहेड को उठाने की क्षमता रखती है। पेलोड कम हो तो 150 किलोटन के 6 से 9 वॉरहेड ढोती है। इसकी ऑपरेशनल रेंज 1100 से 1200 किमी है। इस दूरी को मिसाइल 24,500 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तय करती है। मिसाइल पारंपरिक के साथ न्यूक्लियर वॉरहेड के लिए विकसित है।
अब वॉर अंतिम चरण में पहुंचने वाली है
न्यूक्लियर हमले की शुरुआत यूक्रेन से या किसी यूरोपीय देश से इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। बेलारूस में जो चल रहा है उससे अंदाजा होता है कि अब वॉर अंतिम चरण में पहुंचने वाली है। पुतिन कीव पर कब्जा करेंगे और जो अड़ंगा लगाएगा उसे सबक सिखाने के लिए परमाणु सेना तैयार है। शुक्रवार से बेलारूस में युद्धाभ्यास जारी है। बेलारूस आर्मी MLRS और टैंक से हमले का अभ्यास कर रही है। माना जा रहा है कि ये बेलारूस से कीव पर हमले की तैयारी है।
कीव पर कब्जा मिशन बेलारूस से शुरूआत
बेलारूस की तरफ से युद्धाभ्यास को लेकर कई तरह की सफाई दी है। इसको रूटीन एक्सरसाइज कहा जा रहा है। लेकिन इसका मकसद पिछले दिनों जाहिर हो गया। पुतिन ने किम से हथियारों की डील करने के फौरन बाद बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको से मुलाकात की। उसके बाद से कयास लगाए जा रहे हैं कि अब कीव पर कब्जे का मिशन बेलारूस से शुरू होगा। क्रीमिया पर हमलों के बाद इतनी बेचैनी है कि रूस की तरफ से वीडियो जारी किया है।
रूस की तरफ जारी वीडियो में रूस सेना की कामयाबी का बखान किया गया है। रूस के बड़े हमलों के वीडियो का इस्तेमाल किया है। इसके अलावा मैप से बताया है कि यूक्रेन को रूस ने पिछले दिनों कितना बड़ा नुकसान पहुंचाया है। क्रीमिया पर ड्रोन अटैक को नाकाम बताया है। वीडियो का अंत 22 सितंबर से किया है। जिसमें बताया गया है कि यूक्रेन ने किस तरह से सेवस्तोपोल पर हमला कर रहा है।