लखनऊ। आज योगी सरकार ने यूपी बजट 2023 पेश किया। इस पर राजनैतिक दलों ने प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। कांग्रेस प्रवक्ता आशु अवस्थी ने कहा कि बजट से प्रदेशवासियों को निराशा हाथ लगी है। उम्मीद थी कि इस बजट में गन्ना किसानों को कुछ मिलेगा क्योंकि मंहगाई के दौर में 35 प्रतिशत से ज्यादा कृषि लागत बढ़ गईं है।
गन्ना किसान की बढ़ती फसल पर तो सरकार की नजर है। लेकिन पहले से गन्ना मूल्य बढ़त की मांग कर रहे किसानों को सरकार ने धोखा दिया। उन्होंने कहा कि 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी के दौर में युवाओं के रोजगार के लिए बजट में कोई ठोस इंतजाम नहीं किए हैं।
रोजगार के हवाई दावों और झूठे प्रचार से सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि 25000 निवेशकों के 19000 हजार एमओयू के बीच जमीनी हकीकत इस बजट के पेश होने पर बिलकुल इतर हो गईं है। बजट में निवेशकों के लिए कोई प्रावधान नही तो कैसे निवेश होगा।
छोटे व्यापारियों को बजट में नजरंदाज
उन्होंने कहा कि बजट में छोटे व्यापारियों को नजर अंदाज किया गया है। नए स्टार्टअप से प्रदेश में बढ़ाने के लिए कोई प्राथमिकता के प्रयास नहीं किए गए हैं। बढ़ती मंहगाई के दौर में आम आदमी के रोजगार की रीढ़ मनरेगा का बजट केन्द्र की भाजपा सरकार ने पहले ही कम कर दिया।
ऐसे में जनविरोधी योगी सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती थी। प्रदेश में कानून व्यवस्था की मजबूती और अपराध नियंत्रण को लेकर बजट में कोई प्रावधान नही किया है। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाए कि सुशासन के झूठे प्रचार से अपने मुंह मियां मिट्ठू बन अपनी पीठ थपथपा रही है।
कांग्रेस का आरोप है कि लोकसभा चुनाव 2024 से पहले भाजपा आदित्यनाथ सरकार का ये बजट हवा हवाई है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कागज पर सफेद स्याही से लिखा पुलिंदा है बजट। जिस तरीके से पिछले बजट सफ़ेद हाथी साबित हुए, इसी प्रकार यह बजट भी साबित होगा। इस धोखेबाजी का प्रदेश की जनता लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सत्ता से बाहर फेंक कर हिसाब करेगी।