मैनपुरी में आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में 100 माफियाओं की सूची कभी नहीं आएगी। 10 माफियाओं की सूची कभी नहीं आएगी। सपा प्रमुख ने इसकी वजह भी बताई, उन्होंने कहा कि योगी सरकार टॉप माफियाओं की सूची इसलिए नहीं जारी क्योंकि सूची जारी होते ही लोगों को पता चल जायेगा कि इसमें तो भारतीय जनता पार्टी के ही सबसे ज्यादा लोग हैं. अखिलेश यादव सदन में भी मुख्यमंत्री से टॉप माफियाओं की सूची मांग चुके हैं.
संभल के पत्रकार का मामला उठाया
वहीँ संभल में एक पत्रकार द्वारा योगी सरकार की एक महिला मंत्री से सवाल पूछने पर पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार करने के माले पर बोलते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि संभल में एक नौजवान पत्रकार ने एक मंत्री से केवल यही तो सवाल पूछा था कि हमारे क्षेत्र में जो विकास के वादे किए थे वे पूरे क्यों नहीं कर रहे हैं आप। बताइए उसे जेल भेज दिया, क्या यह लोग संविधान और कानून से चल रहे हैं?” बता दें कि इस पत्रकार ने भरी सभा में मंत्री महोदय से अपने ही उस गाँव की समस्याओं के बारे में सवाल किये थे जो उन्होंने गोद लिया हुआ था.
सच नहीं सुनना चाहती भाजपा
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सच सुनना ही नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि आजकल यह लोग लोकतंत्र की बड़ी दुहाई दे रहे हैं , आप ही बताओं कोई हमारा पत्रकार भाई अगर कोई सही खबर चलाना चाहेगा तो बीजेपी के लोग प्रशासन को इशारा कर देंगे कि इसे जेल भेज दो, झूठे मुकदमे लगा दो, क्या यही लोकतंत्र है। सपा प्रमुख ने कहा कि 2024 का चुनाव महत्वपूर्ण है। इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि उत्तर प्रदेश को दिशा तय करनी है। उत्तर प्रदेश ने ही प्रधानमंत्री बनाए हैं और आज उत्तर प्रदेश को पीछे छोड़ दिया। ये सरकार यह कह रही है सिर्फ 100 में 4 लोग बेरोज़गार हैं। क्या यह सच है?