अमित बिश्नोई
कल मैंने लिखा था कि मुकाबला इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी और पाकिस्तान की गेंदबाज़ी के बीच होगा। आज का फाइनल ठीक वैसा ही हुआ जहाँ पाकिस्तान की गेंदबाज़ी पर इंग्लैंड की बल्लेबाज़ी थोड़ी सी भारी पड़ी और इंग्लैंड ने दूसरी बार टी 20 विश्व कप को हासिल कर लिया। मेलबोर्न में आज वाकई सच मायने में एक फाइनल जैसा फाइनल हुआ. पाकिस्तान ने सिर्फ 137 बनाये मगर उनके गेंदबाज़ों ने यह रन इंग्लैंड को आसानी से बनाने नहीं दिया और मैच को 19 ओवर तक ले गए. शाहीन आफरीदी अगर चोटिल न हो गए होते तो शायद मुकाबला और रोमांचक हो सकता था. इंग्लैंड के लिए बेन स्टोक्स ने एकबार फिर वह पारी खेली जो उन्होंने अपनी टीम को पिछले एकदिवसीय विश्व कप को जिताने के लिए खेली। बेन स्टोक्स ही बल्लेबाज़ थे जो पाकिस्तान की गेंदबाज़ी के सामने चट्टान की तरह डट गए, साथी उनका साथ छोड़ते रहे लेकिन स्टोक्स ने हौसला नहीं छोड़ा और टीम को चैम्पियन बनाकर ही मैदान से वापस लौटे.
एमसीजी का मैदान आज पाकिस्तानी दर्शकों से भरा हुआ था, लेकिन कुछ इंग्लिश दर्शक भी थे जो आज उनपर भारी पड़ गए. इंग्लैंड के लिए यह जीत इस मायने में बहुत अहमियत रखती है. वन डे वर्ल्ड कप के बाद टी 20 वर्ल्ड जीतना किसी भी टीम के लिए बहुत बड़ी बात होती है. इंग्लैंड ने 2019 में इंग्लैंड में वन डे वर्ल्ड कप जीता था. मुकाबला बड़ा तगड़ा रहा. पाकिस्तान ने पहले खेलते हुए सिर्फ 137 रन ही बनाये। पाकिस्तान की तरफ से कोई भी बड़ी साझेदारी नहीं हुई और न ही किसी बल्लेबाज़ ने बड़ी पारी खेली। सबसे बड़ी पारी शान मसूद ने 38 रनों की खेली, कप्तान बाबर आज़म ने 32 रन बनाये जबकि शादाब खान ने 20 रनों की पारी खेली। सैम करन ने एकबार फिर शानदार गेंदबाज़ी की और तीन कीमती विकेट हासिल किये। आदिल रशीद ने एकबार फिर स्पिन कला का जौहर दिखाया, बताया कि टी 20 क्रिकेट में रिस्ट स्पिनर्स की कितनी अहमियत है. क्रिस जॉर्डन ने भी दो विकेट हासिल किये.
इंग्लैंड की पारी जब शुरू हुई तो माना जा रहा था कि मुकाबला एकतरफा हो सकता है लेकिन शाहीन ने अपने पहले ओवर में एकबार फिर टीम को ब्रेक थ्रू दिलाया। इसके बाद हारिस रउफ ने जल्दी जल्दी दो विकेट निकालकर पाकिस्तान के खेमे में खुशियां भर दीं, इसमें बटलर का भी विकेट था. ऐसा लगा कि पाकिस्तान की गेंदबाज़ी भारी पड़ रही लेकिन बेन स्टोक्स ने एकबार फिर साबित कर दिया कि वह बड़े मैच के खिलाड़ी हैं. उन्हें मालूम था कि उनके विकेट की क्या अहमियत है, स्टोक्स ने मिडिल ओवर में कई ओवर खाली जाने के बावजूद ज़बरदस्ती का शॉट खेलने की कोशिश नहीं की, उन्हें मालूम था कि स्कोर उनकी reach में है बस विकेट पर टिकने की बात है. बहरहाल इंग्लैंड की टीम अब इंडिया, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और श्रीलंका के बाद 50 और 20 ओवरों का विश्व कप जीतने वाली छठी टीम बन गयी है. स्टोक्स की 52 रनों की यह नाबाद पारी लम्बे समय तक याद की जाएगी.