आईपीएल के सहारे पिछले एक दो सालों में कई खिलाडियों की टीम इंडिया तक पहुँच हो गयी, वो नेशनल से इंटरनेशनल खिलाडी बन गए लेकिन अब इस तरह का ख्वाब देखने वाले खिलाडियों के लिए समस्या आ खड़ी हुई है क्यों भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने फैसला किया है कि सिर्फ आईपीएल में चमकना ही काफी नहीं है, आईपीएल में चमकने वाले नए टैलेंट को अब डोमेस्टिक में भी लगातार अच्छा प्रदर्शन दिखाना होगा और कई साल दिखाना होगा तब जाकर उनके लिए टीम इंडिया के दरवाज़े खुलेंगे।
आईपीएल के सहारे कई खिलाडी पहुंचे है टीम में
बता दें कि पिछले कई वर्षों में राहुल त्रिपाठी, राहुल चाहर, रवि बिश्नोई, वरुण चक्रवर्ती, वेंकटेश अय्यर, उमरान मलिक और कई दुसरे खिलाडियों को आईपीएल में चमकने की वजह से टीम इंडिया में सीधे इंट्री मिली है, हालाँकि ये सभी टीम इंडिया में उस तरह की परफॉरमेंस नहीं दे सके जो वो आईपीएल में दे रहे थे इसलिए BCCI ने फैसला किया है कि इस तरह के खिलाडियों को पहले डोमेस्टिक क्रिकेट में अपना खेल दिखाना होगा। इन्हे पहले डोमेस्टिक सर्किट में अपने आपको निखारना होगा।
टैलेंट को तराशना चाहता है बोर्ड
दरअसल बोर्ड चाहता है कि अबसे टीम के अंदर जो टैलेंट आये वो अनुभव लेकर आये, पहले वो अपने आप को घरेलू क्रिकेट में तराशे फिर टीम इंडिया में आने की कोशिश करे, बोर्ड ने यह फैसला आज अपनी हंगामी बैठक में लिया है. बोर्ड ने आज कई और अहम् फैसले भी किये हैं जिसमें यो यो टेस्ट को फिर से ज़रूरी कर दिया है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से खिलाडियों की इंजरी की बाते बहुत सामने आ रही हैं. इसके अलावा वर्क लोड की बात भी हुई है साथ ही अगले विश्व कप की तैयारी के लिए 20 लड़कों को शार्ट लिस्ट भी किया गया है. बैठक में कप्तान रोहित शर्मा, हेड कोच राहुल द्रविड़, सेलेक्शन कमिटी के चेयरमैन चेतन शर्मा और NCA के मुखिया वीवीएस लक्ष्मण भी शामिल हुए.