राजकोट में कल भारत ने एक राजसी जीत हासिल की. टी 20 क्रिकेट में 91 रनों की जीत को ऐसा ही कहा जा सकता है. कल मैच भी जीते और सीरीज़ भी भारत ने अपने नाम की. हालंकि पहले दो मुकाबले काफी नज़दीकी रहे लेकिन अंतिम मैच ने दोनों टीमों के बीच फर्क को सामने रख दिया। किसी भी देश की टीम के खिलाफ लगातार पांचवीं श्रंखला जीतना आसान काम नहीं और फिर श्रीलंका कोई ऐरी गैरी टीम भी नहीं है, अभी जल्द ही इसी टीम ने एशिया कप जीता था. अच्छी बात यह रही कि नए साल में हार्दिक ने शृंखला जीतकर अपनी कप्तानी के कैरियर को आगे बढ़ाया है.
2024 के मॉडल में बिलकुल फिट
कप्तानी की जहाँ तक बात है तो साफ़ झलक रहा है कि BCCI ने सही जगह निवेश किया है. हार्दिक 2024 के मॉडल में बिलकुल फिट बैठ रहे हैं. कप्तानी की समझ की झलक तो उन्होंने आईपीएल में ही दिखा दी थी. इतने बड़े टूर्नामेंट में एक नयी फ्रैंचाइज़ी को ख़िताब जिताना आसान काम नहीं और फिर यह काम तब और भी बड़ा हो जाता है जब कप्तान भी ऐसा हो जिसे कप्तानी का पहले से कोई अनुभव न हो. गुजरात टाइटंस को चैम्पियन बनाने में हार्दिक ने एक कप्तान के रूप में अपने को न सिर्फ निखारा बल्कि एक खिलाडी के रूप में काफी परिपक्व किया। हार्दिक अपनी कप्तानी में बेहतरी का सेहरा गुजरात टाइटंस के कोच आशीष नेहरा को देते हैं, हार्दिक का मानना है कि टैलेंट तो मुझमें कभी कम नहीं रहा लेकिन उसके बारे मैं निश्चिन्त कभी नहीं था, आशीष नेहरा ने मुझमें एक कप्तान के रूप में भरोसा पैदा किया
झलक रही है परिपक्वता
उनकी परपक्वता की झलक कल मैच के बाद मीडिया से हुई बातचीत में झलकती है. कल सूर्य कुमार ने एक और आतिशी पारी खेली जो अब उनकी आदत बनती जा रही है खासकर कुछ शॉट तो ऐसे थे जो असली ABD भी नहीं खेले होंगे। SKY की इस पारी की हार्दिक ने हालाँकि तारीफ की लेकिन सूर्या से ज़्यादा राहुल त्रिपाठी की पारी को सराहा। हार्दिक ने कहा सबने सूर्य कुमार को देखा लेकिन मैंने राहुल त्रिपाठी को देखा। हार्दिक ने कहा कि दरअसल मैच का टेम्पो तो राहुल ने ही सेट किया था. शुरुआत में टीम संघर्ष कर रही थी क्योंकि गेंद भी हरकत कर रही थी, शुभमन भी इस दौरान एक ओवर मेडन खेल गए. यह राहुल की पारी ही थी जिसने श्रीलंका के गेंदबाज़ों को अपनी लाइन और लेंथ बदलने को मजबूर किया। राहुल त्रिपाठी की 16 गेंदों की इस पारी ने मोमेंटम बदल दिया।
इंटेंट पर ज़ोर
हार्दिक ने कहा कि बात इंटेंट की होती है, हो सकता है इस तरह के इंटेंट से कम रन बनते, शायद 150, लेकिन हमें टी 20 क्रिकेट में अटैकिंग इंटेंट के साथ जाना ही होगा। हालाँकि हार्दिक ने यह भी कहा कि इसका मतलब यह नहीं हर गेंद को हिट किया जाय लेकिन इसका मतलब यह भी कि इस इंटेंट के साथ मैदान में जांय कि हिट करने वाली गेंद को भी आप सिंगल के लिए खेलें। हार्दिक ने कहा कि अगर हम अपना इंटेंट दिखाएंगे तो यकीनन गेंदबाज़ परेशान होगा।