लोकसभा चुनाव से पहले राजयसभा चुनाव के दौरान धोखेबाज़ी करने वाले विधायकों के खिलाफ समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अब कार्रवाई के मूड में हैं, हालाँकि अभी वो देश के बाहर हैं लेकिन समाजवादी पार्टी कार्यालय से मिली ख़बरों के मुताबिक देश वापसी पर पार्टी प्रमुख पहला काम सातों धोखेबाज़ विधायकों की विधायकी रद्द करवाने का करेंगे।
अखिलेश यादव के लौटते है विधानसभा अध्यक्ष के सामने सातों बाग़ी विधायकों के खिलाफ याचिका दाखिल की जाएगी। इन लोगों की विधायकी जाने पर इन सीटों पर उपचुनाव होगा। समाजवादी पार्टी के जिन सात विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के दौरान भाजपा उम्मीदवार संजय सेठ के पक्ष में वोट किया था उनमें मनोज पांडेय, राकेश सिंह, अभय सिंह, राकेश पांडेय, विनोद चतुर्वेदी, पूजा पाल, आशुतोष का नाम शामिल है। इसी कड़ी में पल्लवी पटेल का भी नाम शामिल है, हालाँकि भाजपा के पक्ष में वोट नहीं किया था लेकिन लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान वो दूसरी पार्टियों के लिए प्रचार करती हुई नज़र आईं, उन्हें असदुद्दीन ओवैसी के साथ मंच भी साझा करते देखा गया, ऐसे में अगर समाजवादी पार्टी उनके खिलाफ याचिका दाखिल करती है तो उनकी भी सदस्यता जाने का पूरा खतरा है.
समाजवादी पार्टी ने इन सभी धोखेबाज़ विधायकों के खिलाफ वीडियो और ऑडियो समेत काफी सबूत भी जमा कर लिए हैं , इन्हें लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के मंच पर मौजूद देखा गया है. अब देखना होगा कि जब इन विधायकों के खिलाफ याचिका दाखिल होगी तो स्पीकर सतीश महाना क्या फैसला लेते हैं । अगर उन्होंने इन सभी विधायकों के खिलाफ फैसला लिया तो फिर सभी विधायकी जाएगी और उपचुनाव होंगे। दिलचस्प बात ये है कि लोकसभा चुनाव में इन सभी के इलाकों भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है, ऐसे में हार से पहले परेशान भाजपा के लिए इन सीटों पर कामयाबी हासिल करना एक टेढ़ा काम होगा।