नीट प्रश्नपत्र लीक मामले में बुधवार को बिहार की राजधानी पटना स्थित ईओयू कार्यालय में एक अभ्यर्थी ईशा भारती से पूछताछ की गई। इस मामले में पूछताछ के लिए ईओयू ने 11 अभ्यर्थियों को उनके अभिभावकों के साथ बुलाया था लेकिन सिर्फ एक ही अभ्यर्थी आज पूछताछ के लिए पहुंचा। इस पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि ईओयू को को जो जानकारी और इनपुट मिले हैं, वो कितने सही हैं।
बता दें कि नीट पेपर धांधली की जांच बिहार पुलिस और ईओयू लगातार कर रही है। अब तक 13 अभ्यर्थियों के रोल कोड मिले हैं जिनमें से चार अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि ईशा भारती नामक अभ्यर्थी का परीक्षा केंद्र पटना के सगुना मोड़ के पास था और उसने वहीं परीक्षा दी थी। ईशा भारती पटना के बख्तियारपुर की रहने वाली बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक ईओयू सॉल्वर गैंग से संपर्क की संभावना और इससे जुड़े तारों की जांच कर रही है।
इस बारे में यह भी जांच की जा रही है कि अभ्यर्थी और उनके अभिभावक सॉल्वर गैंग के संपर्क में कैसे आए? कौन-कौन लोग इसमें शामिल है? ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों के नेतृत्व में जांच चल रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि सॉल्वर गैंग ने संदिग्ध अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र याद कराया था या नहीं?
गौरतलब है कि नीट परीक्षा को लेकर बिहार में धांधली की खबरें आ रही थीं। इस बीच कुछ लोगों की गिरफ्तारी और उनके पास मिले रोल कोड ने पूरे मामले में हड़कंप मचा दिया। जब नीट 2024 का रिजल्ट आया तो उसमें एक साथ कई टॉपर्स के आने की खबर ने पेपर लीक और धांधली की खबरों को और बल दे दिया। यहां तक कि अब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले ही कहा था कि अगर लेशमात्र भी हेराफेरी हुई है तो इस परीक्षा को रद्द कर देना चाहिए।