हाल ही में हुई ताज़ा हिंसा की घटनाओं के बाद छात्रों के हिंसक प्रदर्शन के कारण एक मणिपुर के हालात और बिगड़ गए हैं. बीरेन सरकार ने पूरे राज्य में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाएं पांच दिनों के लिए बंद करने का आदेश जारी किया है। सरकार ने पांच अति संवेदनशील जिलों में कर्फ्यू भी लगा दिया है। वहीँ कांग्रेस पार्टी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री दुनिया के विभिन्न देशों का दौरा करते हैं, लेकिन उन्हें मणिपुर जाने का समय अबतक नहीं मिला।
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा, “सरकार ने उपद्रवियों द्वारा नफरत भरे भाषणों और सोशल मीडिया के जरिए हिंसा भड़काने से रोकने के लिए इंटरनेट बंद करने का फैसला किया है। राज्य में कुकी विद्रोह पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौती बना हुआ है। राज्य में कुकी उग्रवादी लगातार आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। अब तक इसके चलते कई लोगों की जान जा चुकी है।
गौरतलब है कि मणिपुर में जारी हिंसा थमने के बजाय और बढ़ रही है।कल राजभवन की ओर मार्च कर रहे छात्रों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद राज्य में स्थिति तनावपूर्ण हो गई। सुरक्षाबलों ने छात्रों पर आंसू गैस के गोले दागे। मणिपुर में हालात बेकाबू होते देख बड़ी संख्या में आरएफ के जवानों को तैनात किया गया है। इसके बाद कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मणिपुर के हालात पर कहा कि यहां नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री मणिपुर के लोगों से कह रहे हैं कि वह 15 महीनों में वह कर देंगे जो कांग्रेस 15 वर्षों में नहीं कर सकी। मणिपुर के समाज के सभी वर्गों से निर्णायक जनादेश मिलने के 15 महीनों के भीतर उन्होंने राज्य को आग में जलने दिया। यह अभी भी जल रहा है और कोई राहत नजर नहीं आ रही है।