कल रात कोलकाता के ईडेन गार्डन पर दो तूफ़ान आये, पहले रसेल स्टॉर्म उठा और फिर क्लासन नाम का तूफ़ान आया. इन दोनों तूफानों में ज़ोरदार छक्कों की बारिश हुई. कुल मिलाकर 29 छक्के ग्राउंड पर बरसे। जीत मेज़बान केकेआर की हुई लेकिन मेहमान SRH ने भी समां बाँधने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कुल मिलाकर खचाखच भरे स्टेडियम में दर्शकों का सबसे ज़्यादा फायदा हुआ, उन्हें एक ज़बरदस्त एंटरटेनिंग मैच देखने को मिला। उन्हें वो सबकुछ मिला जो टी 20 क्रिकेट की पहचान है. केकेआर और SRH की पारियों की तुलना करेंगे तो ऐसा लगेगा कि कॉपी पेस्ट किया गया है. केकेआर की पारी में आंद्रे रसेल और रिंकू सिंह ने जो किया, लगभग वैसा ही SRH के लिए हेनरिक क्लासेन और शाहबाज़ अहमद ने किया। रसेल और हेनरिक ने अंतिम ओवरों में छक्कों की ऐसी बारिश की कि गेंदबाज़ और फील्डर गेंदों को सिर्फ उड़ते हुए देख रहे थे.
रसेल ने जहाँ 25 गेंदों में 64 रनों की पारी खेली जिसमें 7 छक्के और तीन चौके शामिल थे वहीँ हेनरिक ने 29 गेंदों में 63 रन ठोंक दिए, हेनरिक ने चौकों में डील नहीं की बल्कि छक्के पे छक्के मारकर केकेआर से 100 प्रतिशत जीता हुआ मैच लगभग छीन ही लिया था। हेनरिक ने अपनी पारी में आठ छक्के मारे। SRH ने अंतिम तीन ओवरों में बाज़ी ही पलट दी थी। 18 वे ओवर में पहले वरुण चक्रवर्ती को कूटा, इस ओवर में 21 रन बने जिसमें तीन छक्के पड़े. 19वे ओवर में 2015 के बाद आईपीएल खेलने वाले और सबसे मंहगे गेंदबाज़ों में से एक मिचेल स्टार्क की धुनाई हुई। स्टार्क के इस ओवर में 26 रन बने जिसमें चार छक्के थे। इस तरह आखरी ओवर में SRH को मैच जीतने के लिए सिर्फ 13 रनों की ज़रुरत थी और 20वे ओवर की पहली गेंद पर ही हेनरिक ने छक्का जड़ दिया था। मैच अब SRH की झोली में था.
लेकिन यहाँ से मैच में फिर ट्विस्ट आया. इसके बाद की पांच गेंदों में KKR के हर्षित राणा ने कमाल कर दिया और अगली पांच गेंदों में न सिर्फ दो ही रन दिए बल्कि दो विकेट भी नकाल दिए जिसमें क्लासेन का विकेट भी शामिल था. इस तरह हर्षित ने क्लासेन के कमाल और SRH के सपनों पर पानी फेर दिया। ईडन गार्डन पर उसे केकेआर के हाथों एकबार फिर शिकस्त मिली। आंद्रे रसेल पिछले कई सीजन के बाद इसबार अपने पुराने रंग में नज़र आये। रसेल का ये रंग पिछले दो सीजन से बिलकुल गायब था, लेकिन इस सीजन की शुरुआत उन्होंने बहुत धमाकेदार की है। कह सकते हैं कि आईपीएल के दो टॉप फिनिशर में इसबार बाज़ी रसेल के हाथ लगी।