पूर्णिया। जिले में आज महागठबंधन महारैली के मंच पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद नहीं थे। लेकिन अरसे बाद उन्हें वर्चुअल माध्यम से सुनने वाले उत्साहित दिखे। इसी उत्साह को देखते हुए राजद अध्यक्ष ने वर्चुअल माध्यम से महारैली को संबोधित किया। लालू प्रसाद ने कहा कि वो खुश हैं कि पूर्णिया में लाखों लाख की भीड़ जुटी है। आज देश टुकड़े-टुकड़े की होने कगार पर पहुंच चुका है।
भाजपाई को कोई शर्म नहीं
अपने अंदाज में लालू ने कहा कि RSS-BJP का रथ एक बार पहले भी बिहार में रोका गया था। इस बार भी इस काम को बिहार से किया जाएगा। लालू ने भीड़ को लेकर कहा कि यह एकजुटता इस बात का प्रमाण है कि भविष्य में जो लोकसभा चुनाव होने वाला है। वह हम इसी एकता के साथ लड़ेंगे।
जिससे कि भाजपा-आरएसएस का सफाया हो सके। उन्होंने कहा कि भाजपा कोई पार्टी नहीं, आरएसएस का मुखौटा है। दोनों ही आरक्षण विरोधी है। देश में मोदी सरकार तानाशाह है। ऐसे में हम सब देश को बचाने के लिए, लोकतंत्र को बचाने, संविधान बचाने के लिए एकजुट रहेंगे। लालू ने कहा कि बिहार हमेशा देश की राजनीति को परिवर्तन करता रहा है। जिसका असर देश की राजनीति पर पड़ता रहा है। देश बिहार का अनुसरण करता है।
2024 में एकता से जीतकर रिकार्ड तोड़ेगे
उन्होंने गुरु गोलवलकर के बंच ऑफ थॉट का जिक्र करते हुए कहा कि उसमें काशी विश्वनाथ मंदिर में घुसने पर दलितों के साथ दुर्व्यवहार की बात लिखी है। किताब में लिखते हैं कि आरक्षण को खत्म करना चाहिए। इसकी जरूरत नहीं है। लालू ने कहा कि हम और नीतीश एक हो गए हैं अब कोई अपने मन में भ्रम नहीं पाले।
गठबंधन आपसी विचारधारा का है। हम 2024-25 के चुनाव में इसी एकता से जीतकर रिकॉर्ड तोड़ेंगे। उन्होंने महागठबंधन रैली को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार भी बिहार में भाजपा और आरएसएस का रथ बिहार में रोका जाएगा।