दिल्ली MCD चुनाव के नतीजों और रुझान में जहाँ भाजपा को बड़ा झटका लगा है वहीँ RBI के फैसले से लोन लेने वाले आम लोगों को बड़ा झटका मिला है क्योंकी ब्याज दरें बढ़ने से उनकी EMI भी बढ़ गयी है. RBI ने आज अपनी नई मोनेटरी पालिसी के फैसलों का एलान किया जिसमें रेपो रेट को बढाकर 5.90% से 6.25% कर दिया गया है. बढ़ती मंहगाई को काबू में करने के लिए देश के केंद्रीय बैंक ने लगातार पांचवीं बार ब्याज दरों में इज़ाफ़ा किया है. बैठक के बाद RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी.
मंहगाई पर लगाम लगाने की कोशिश
उन्होंने कहा कहा समिति ने यह फैसला मंहगाई पर लगाम लगाने के लिए किया है. केंद्रीय बैंक के इस फैसले अब आपकी EMI बढ़ जाएगी, आपके घर और कार खरीदना मंहगा हो जायेगा क्योंकि रेपो रेट बढ़ने से उसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ता है. उसने अपनी ज़रुरत के लिए बैंको से जी भी चीज़ के लिए लोन लिया उसकी EMI मंहगी हो जाती है. इसे ऐसे समझ सकते हैं कि मार्च के महीने में जो लोग 30 लाख के होम लोन के लिए क़िस्त के रूप में 23,258 रुपये का भुगतान कर रहे थे उन लोगों को अब 27,387 रुपये का भुगतान करना होगा यानि चार हज़ार रूपये का इज़ाफ़ा। यह एक ऐसी रकम है जो घर के किसी काम आ रही होगी लेकिन अब उसे एडजस्ट करना पड़ेगा.
इस साल पांचवीं बार बढ़ीं ब्याज दरें
बता दें की रेपो रेट बढ़ने से आपका होम, कार लोन, पर्सनल लोन, सबकी EMI बढ़ जाती है. इससे पहले केंद्रीय बैंक ने 4 मई , 8 जून, 5 अगस्त और 30 सितंबर को रेपो रेट में इज़ाफ़ा किया था. रेपो रेट वह दर होती है जिसपर RBI बैंकों को लोन देता है . ज़ाहिर सी बात है कि RBI जब ब्याज दर बढ़ाएगा तो देश के बैंक उसे आम लोगों को पास करेगा।