दिल्ली विधानसभा के चुनाव में अब राम और रावण की इंट्री हो चुकी है. भाजपा ने जहाँ अरविंद केजरीवाल पर भगवान राम और सीता का “अपमान” करने का आरोप लगाया। वहीँ केजरीवाल ने भाजपा की तुलना राक्षस राज रावण से करके चुनावी पारे को और बढ़ा दिया है.
प्राचीन हनुमान मंदिर में दर्शन के बाद अपना उपवास शुरू करने वाले वीरेंदर सचदेवा ने केजरीवाल को “चुनावी हिंदू” कहा. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल जैसे चुनावी हिंदू अपनी चुनावी रैलियों में देवी-देवताओं का जिक्र करते हैं, लेकिन अज्ञानता के कारण गलत कहानियां सुनाकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं।
केजरीवाल ने सोमवार को एक चुनावी सभा में रामायण का हवाला देते हुए कहा कि जब भगवान राम भोजन की तलाश में निकले थे, तब रावण ने सोने के हिरण के रूप में सीता का अपहरण किया था। भाजपा नेताओं ने इस पर आपत्ति जताते हुए आरोप लगाया कि केजरीवाल ने रामायण की कहानी को गलत तरीके से उद्धृत किया और बताया कि महाकाव्य का एक और पात्र ‘मामा मारीच’ था, जिसने रावण द्वारा सीता का अपहरण किए जाने पर सोने के हिरण के रूप में भगवान राम का ध्यान भटकाया था।
केजरीवाल ने कहा कि भाजपा नेता मेरे घर के बाहर धरने पर बैठे हैं क्योंकि मैंने रावण का अपमान किया।” आप नेता ने कहा कि भाजपा को रावण से इतना प्यार है कि उनमें रावण की राक्षसी प्रवृत्ति आ गयी है, इसके साथ उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों और गरीबों को चेतावनी देना चाहता हूं कि अगर भाजपा वाले सत्ता में आए तो वे उन्हें खा जाएंगे। वहीँ वीरेंदर सचदेवा ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वे वही नेता हैं जिन्होंने पहले अपनी दादी का हवाला देते हुए “राम मंदिर विरोधी” कहानी गढ़ने की कोशिश की थी और मंदिर की जगह अस्पताल और स्कूल बनाने की वकालत की थी।