कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने आज भारत जोड़ो यात्रा के अबतक के सफर पर अपने अनुभव पत्रकारों से साझा किये। राहुल ने कहा कि इस यात्रा ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया। राहुल ने इस मौके पर भाजपा और आरएसएस को गुरु मानते हुए कहा कि वो हमें रास्ता दिखा रहे हैं, हमें बता रहे हैं कि क्या नहीं करना चाहिए, कैसे रिएक्ट करना चाहिए। राहुल ने कहा कि भाजपा और आरएसएस के मित्र हमपर जितनी तेज़ी से आक्रमण करते है हम अपनी पार्टी की विचारधारा के और करीब होते है, राहुल ने कहा कि वो चाहते हैं ये लोग हमपर और भी आक्रमण करें ताकि हम अपने मकसद के और करीब जांय, और मज़बूत बनें.
अखिलेश और मायावती भी चाहते हैं मोहब्बत
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि विपक्ष के नेता हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो के दरवाजे उन सबके लिए खुले हैं जो भारत को जोड़ना चाहते है। कांग्रेस नेता ने कहा कि पूरा विपक्ष मोहब्बत चाहता है, अखिलेश जी भी, मायावती जी भी देश में मोहब्बत चाहते हैं, नफरत नहीं। राहुल ने कहा कि सभी जानते हैं कि देश में जो नफरत, हिंसा और डर फैलाई जा रही है, यह यात्रा उसके खिलाफ है। राहुल ने कहा उन्होंने जितना सोचा था उससे कामयाब रही यह यात्रा।
देश में आर्थिक असमानता
राहुल ने यात्रा के अनुभव साझा करते हुए कहा कि देश में बेरोजगारी का मुद्दा है, महंगाई का मुद्दा है, आर्थिक असमानता है। राहुल ने कहा कि यात्रा की शुरूआत में लगा कि हम पैदल चल रहे हैं लेकिन फिर धीरे-धीरे पता लगने लगा कि असल में यह यात्रा एक जीवित चीज है। इसकी आवाज है, भावनाएं हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी चाहती है कि मैं BP गाड़ी में बैठकर भारत जोड़ो यात्रा करूं और यह मुझे ये मंजूर नहीं है। राहुल ने कहा कि बार-बार कहा जा रहा है कि मैं सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ता हूँ। लेकिन मैं पूछना चाहता हूँ कि उनके यात्रा क्या रोड शो नहीं करते, क्या सुरक्षा प्रोटोकॉल नहीं तोड़ते। राहुल ने कहा कि दरअसल वो एक केस बनाना चाहते हैं कि राहुल सिक्योरिटी तोड़ता है, बनाने दीजिये लेकिन बुलेट प्रूफ गाडी में बैठकर यात्रा करना मुझे बिलकुल मंज़ूर नहीं.