लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मोदी सरकार और भाजपा में एकसाथ तैयारियां चल रही हैं, मिशन है मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना। इसके लिए आगामी 17 जनवरी को जहाँ भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होने वाली है वहीँ ख़बरें यह भी चल रही हैं कि सरकार में भी 2024 को ध्यान में रखते हुए फेरबदल की तैयारी है. मंत्री परिषद् में कुछ जातीय समीकरणों को साधने के साथ ही कई राज्यों के विधानसभा चुनावों को भी ध्यान में रखते हुए लोगों को सरकार में एडजस्ट किया जा सकता है और कुछ को हटाकर संगठन के कार्यों में लगाया जा सकता है.
पहले कार्यकाल में हुए थे तीन विस्तार
मोदी 1 की बात करें तो मंत्रिपरिषद का तीन बार विस्तार और फेरबदल हुआ था लेकिन मोदी-2 में अभी तक एक ही बार मंत्रिपरिषद में बदलाव हुआ है. मीडिया में चल रही ख़बरों के मुताबिक बजट सत्र से ठीक पहले यानि 31 जनवरी यह विस्तार हो सकता है, हालाँकि सरकारी तौर पर अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है. कहा जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए कर्नाटक, छतीसगढ़ और राजस्थान को ज़्यादा प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है वहीँ हिमाचल में हार के बाद वहां से कुछ कटौती हो सकती है.
लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर होंगे एडजस्टमेंट
भाजपा 2024 के चुनाव को ध्यान में रखते हुए बिहार जैसे राज्य को जहाँ उसका जेडीयू से तलाक हो गया है कुछ विशेष बर्ताव कर सकती है, इस बार उसे बिहार में अकेले चुनाव लड़ना होगा इसलिए उसी हिसाब से तैयारी भी करनी होगी, इसे देखते हुए बिहार से मंत्रियों की संख्या बढ़ सकती है. मंत्री परिषद् के साथ पार्टी संगठन में कई एडजस्टमेंट हो सकते हैं, 16-17 जनवरी को होने वाली पार्टी कार्यकारिणी की बैठक में इसका खाका सामने आएगा.