- जनप्रतिनिधियों द्वारा विकास कार्य न करवाने को लेकर रोष
पारुल सिंघल
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में कई रेजिडेंशियल सोसायटी के निवासी आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर बहिष्कार करने की तैयारी में हैं। यहां जनप्रतिनिधियों को लेकर निवासियों में काफी रोष व्याप्त है। यही नहीं लोगों ने सोसायटी के बाहर वोट ना मांगने और आगामी लोकसभा चुनाव में हिस्सेदारी न निभाने को लेकर बड़े-बड़े होर्डिंग्स तक टांग दिए हैं। जनप्रतिनिधियों द्वारा यहां विकास कार्य न कराए जाने को लेकर लोग अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं।
टीवी धारावाहिकों की तरह चुनाव के बहिष्कार की प्रक्रिया रियल लाइफ में भी दिखाई देने लगी है ताजा मामला मेरठ के अक्षरधाम कॉलोनी का सामने आया है। यहां के निवासियों ने अपनी सोसाइटी के बाहर एक चौंकाने वाला बोर्ड लगा दिया है। इस बोर्ड को देखकर हर कोई हैरान है। अपनी अपील में यहां के लोगों ने जन प्रतिनिधियों को वोट ना मांगने के निर्देश दिए हैं। जिसमें उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि कोई भी लोकसभा उम्मीदवार सोसाइटी में जाकर वोट ना मांगे और ना ही वोट मांग कर किसी भी सोसाइटी निवासी को शर्मिंदा करे।
ये है वजह
सोसाइटी निवासियों के अनुसार बीते 10 सालों से कॉलोनी के विकास को लेकर अलग-अलग मुद्दों पर वह जनप्रतिनिधियों से संपर्क साधने का प्रयास कर रहे हैं। इन्हीं में से एक सीवर लाइन को एमडीएकी सीवर लाइन में जोड़ने की मांग बीते कई वर्षों से कॉलोनी वासियों द्वारा उठाई गई थी। उनकी इस समस्या का समाधान किसी भी जनप्रतिनिधि द्वारा नहीं करवाया गया। जिसे लेकर कॉलोनी वासियों में काफी रोष व्याप्त है। कॉलोनी वासियों का कहना है कि वह जनप्रतिनिधियों को वोट डालकर सिर्फ इसलिए चुनते हैं ताकि उनके क्षेत्र का विकास किया जा सके। यदि उनके क्षेत्र में किसी तरह का विकास कार्य ही नहीं हो पा रहा है और उन्हें लगातार अपने कार्यों के लिए जनप्रतिनिधियों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं तो फिर वोट किस आधार पर दिया जाएगा।
मुद्दों पर होगी वोट की बात
अक्षरधाम कॉलोनी के निवासियों के अलावा मेरठ के कई क्षेत्रों के निवासियों का स्पष्ट कहना है उनका वोट मुद्दों के आधार पर ही जाएगा। जो भी जनप्रतिनिधि मुद्दों की राजनीति करेगा उसे ही वह अपना वोट प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र का विकास होना सबसे अहम और जरूरी बात है। संवेदनाओं या अन्य आधार पर वह वोट करने के बिल्कुल इच्छुक नहीं हैं। जनप्रतिनिधि क्षेत्र के विकास की बात करें,मुद्दों की बात करें, इसी आधार पर तय होगा कि वह किस राजनीतिक दल को अपना वोट देंगे।