नई दिल्ली। नई औपचारिक नौकरियों का सृजन फरवरी महीने में लगातार कम हो रहा है। साल के तीसरे महीने मार्च में यह घटकर 21 माह के निचले स्तर पर पहुंच गया है। इससे संकेत मिलते हैं कि देश में नौकरियां घट रही हैं। ये आंकड़े बाजार में रोजगार के दबाव का संकेत दे रहे हैं। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की ओर से गुरुवार को जारी ताजा पेरोल आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
ईपीएफ सबसक्राइबरों की संख्या भी घटी
कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) में नए मासिक सबस्क्राइबरों की संख्या पिछले महीने की तुलना में फरवरी में 10 प्रतिशत घटकर 7,38,052 हो गई है, जो जनवरी में 8,19,659 थी। मई 2021 के बाद ईपीएफ में शामिल होने वाले नए सबस्क्राइबरों की यह सबसे कम संख्या है, जब इस फंड से सिर्फ 6,49,618 नए सबस्क्राइबर जुड़े थे। इसके पहले वित्त वर्ष 23 में नए मासिक सबस्क्राइबरों की संख्या अप्रैल से सितंबर तक लगातार 6 महीने 10 लाख से ऊपर बनी रही और जुलाई 2022 में संख्या 11,68,266 पर पहुंच गई थी।
बहरहाल शुद्ध पेरोल के आंकड़े, जिसमें नए सबस्क्राइबरों, इससे बाहर जाने वालों और पुराने सबस्क्राइबरों के वापस आने के आंकड़े होते हैं, में पिछले महीने की तुलना में 7.5 प्रतिशत वृद्धि हुई है और जनवरी के 12.9 लाख की तुलना में फरवरी में यह संख्या 13.9 लाख रही है। बहरहाल शुद्ध मासिक पेरोल की संख्या अनंतिम प्रकृति के होते हैं।