LAC से एक बड़ी खबर आ रही है, खबर के मुताबिक सैकड़ों चीनी सैनिकों की अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय सेना के साथ झड़प हुई जिसमें 6 भारतीय सैनिक घायल हुए हैं. जानकारी के मुताबिक दोनों देशों के बीच यह झड़प 9 दिसंबर को ईस्टर्न लद्दाख में LAC पर हुई. बताया जा रहा है कि करीब 300 चीनी सैनिक आये थे. वहीँ सेना के सूत्रों ने बताया कि किसी भी भारतीय सैनिक को गंभीर चोट नहीं आई है, 6 जवानों को मामूली चोटें आयी हैं और उन्हें गुवाहाटी के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. वहीँ सरकार पर इस मामले को छुपाने का आरोप लग रहा है.
विपक्ष ने सरकार को घेरा
कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने भारतीय सैनिकों के जज़्बे को सलाम करते हुए कहा कि पीएम मोदी चीन को कब अपनी लाल आँखें दिखाएंगे। चीन ने सीमा के पास सड़कें बना ली, लद्दाख में हमारे बॉर्डर पर शेल्टर बना लिए मगर प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री मौन हैं. प्रधानमंत्री को संसद के अंदर और बाहर इसका जवाब देना होगा. शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि अब फिर सवाल पूछने वालों को एंटी नेशनल का टैग लगाया जाएगा. शिवसेना नेता ने ट्वीट किया, चीन के जमीन हड़पने का एक और दिन और भारत सरकार अपने चुनावी एजेंडे में व्यस्त, वहीँ AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया कि सरकार ने दो दिन तक देश को अँधेरे में क्यों रखा.
LAC पर अब शांति है
बता दें कि 9 दिसंबर को चीनी सैनिक तवांग सेक्टर में एलएसी के पास आये जिसका भारत के सैनिकों ने विरोध किया, देखते ही देखते विरोध संघर्ष में बदल गया , आमने-सामने की इस लड़ाई में दोनों पक्षों के कुछ जवानों को मामूली चोटें आईं। बताया जा रहा है कि झड़प के बाद दोनों तरफ के सैनिक तुरंत क्षेत्र से हट गए। घटना के बाद संघर्ष वाले क्षेत्र में दोनों देश के केन्द्रों ने शांति बहाली के लिए एक साथ एक फ्लैग मीटिंग की।