कल रात मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम पर हार्दिक पांड्या की ढीली कप्तानी का खामियाज़ा पांच बार की आईपीएल चैंपियन मुंबई इंडियंस को उठाना पड़ा. केकेआर के खिलाफ कल हार के साथ ही मुंबई इंडियंस इस आईपीएल के प्ले ऑफ़ से बाहर हो गयी, अब वो अपने बचे हुए सारे मैच जीतने के बावजूद भी 12 अंक से ज़्यादा हासिल नहीं कर सकती। मुंबई इंडियंस की 11 मैचों में ये आठवीं हार है, वही केकेआर प्ले ऑफ के और करीब पहुँच गयी है, उसके 10 मैचों में अब 14 तक अंक हो चुके हैं, प्ले ऑफ के लिए उसे अब दो या फिर एक मैच में जीत और चाहिए।
मुंबई इंडियंस के पास कल जीत हासिल करने का बहुत अच्छा मौका था, उसने केकेआर की मज़बूत बल्लेबाज़ी को कल शुरुआत में तहस नहस कर दिया था, उसके 5 विकेट 57 रनों पर ढेर हो चुके थे इसके बावजूद केकेआर की टीम 169 के एक लडाऊ स्कोर तक पहुंचने में कामयाब हो गयी. यहाँ पर हार्दिक पांड्या की लचर कप्तानी ने केकेआर को वापसी का पूरा मौका दिया। 57 रनों पर पांच विकेट हासिल करने के बाद ज़रुरत इस बात की थी जसप्रीत बुमराह को लाकर केकेआर को सेटल होने का मौका नहीं देना चाहिए। हार्दिक ने बुमराह के तीन ओवर अंत के लिए बचाये रखे लेकिन इस बीच वेंकटेश अय्यर और मनीष पांडेय ने एक बढ़िया साझेदारी करके टीम के स्कोर में 96 रन जोड़ दिए. इस साझेदारी के जमने के बाद बुमराह को लाया गया और उन्होंने अपना कमाल भी दिखाया, केकेआर की टीम जो एक समय 190 के आसपास जाती नज़र आ रही थी 169 पर ही सिमट गयी. यही बुमराह अगर एक ओवर बीच में डाल देते तो शायद केकेआर की टीम 150 के आसपास ही रुक जाती।
लेकिन कहते हैं न कि जब बुरे दिन आते हैं तो मति भ्रष्ट हो जाती है, हार्दिक की भी कल मति भ्रष्ट हो गयी थी, या फिर उन्हें बुमराह से ज़्यादा अपने गेंदबाज़ी पर भरोसा हो गया था. बहरहाल हार्दिक की गलत रणनीति को मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज़ भी सुधार न सके और पूरी टीम 145 रनों पर ढेर हो गयी. न तो रोहित शर्मा चले और न ही सूर्य कुमार और न ही हार्दिक पंड्या। ये भी एक संयोग है कि टी20 विश्व कप टीम का एलान होने के बाद सिर्फ यशस्वी जायसवाल के अलावा टीम में शामिल सभी खिलाड़ी नाकाम रहे हैं. उधर केकेआर के लिए मिचेल स्टार्क जिनकी इस आईपीएल में अबतक जमकर कुटाई हुई है ने शानदार गेंदबाज़ी की और चार विकेट हासिल कर टीम को जीत दिलाने में अहम् किरदार निभाया।