लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को है और अब गर्मी के बढ़ने के साथ चुनावी पारा भी तेज़ी से बढ़ रहा है, चुनावी रैलियों का दौर शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज जहा सहारनपुर में चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया वहीँ राजस्थान के जयपुर में आज कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी अभियान का आगाज़ किया और अपना न्याय पत्र लोगों के सामने पेश किया। इस चुनावी जनसभा में सोनिया गाँधी भी मौजूद रही और उन्होंने भाषण भी दिया. अपने चुनावी भाषण को पढ़ते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी खुद को महान मानने लगे हैं, वो लोकतंत्र का चीरहरण कर रहे हैं.
सोनिया गांधी ने कहा कि यह देश हम सबका है, यह देश चंद लोगों की जागीर नहीं है। इसकी हवाओं में हमारी मां-बहनों के पसीने का नमक है। हमारे बच्चों का आंगन है यह देश। देश के मासूम बच्चों से उनके हिस्से का न्याय छीना जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्या देश के ऊपर हो जाने की बात सपने भी सोची जा सकती है, क्या देश से बड़ा कोई हो सकता है। लेकिन मोदी जी आज खुद को महान मानकर लोकतंत्र की मर्यादा का चीरहरण कर रहे हैं।
सोनिया गांधी ने कहा कि पिछले 10 साल से देश एक ऐसी सरकार के हवाले है जिसने असमानता और अत्यचार, बेरोजगारी और महंगाई, आर्थिक संकट को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सोनिया ने कहा कि आज पूरे देश में हताशा है, लेकिन हताशा के साथ ही उम्मीद का जन्म होता है और उन्हें पूरा यकीन है कि इंडिया गठबंधन न्याय के दीपक को अपने सीने की आग से जलाएंगे और आंधियों में उसे संभालकर आगे बढ़ेंगे।
सोनिया गाँधी ने कहा कि आज हमारे लोकतंत्र खतरे में है। लोकतांत्रिक संस्थाओं को राजनीतिक सत्ता के हथियार से बर्बाद किया जा रहा है, संविधान को बदलने की साज़िश रची जा रही है। विपक्षी नेताओं को डराने-धमकाने और उन्हें भाजपा में शामिल कराने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। सोनिया ने सवाल किया कि यह सब क्या है, तानाशाही ही तो है और हम सब इस तानाशाही का जवाब देंगे।