Midcap SIP: शेयर बाजार में पुराने निवेशक हों या नए, जोखिम लिए बिना अच्छा रिटर्न पाना हैं तो इसके लिए म्यूचुअल फंड एसआईपी बेहतर विकल्प है। खासकर मिडकैप एसआईपी, जो कि अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। म्युचुअल फंड में एसआईपी करने का समय नहीं है। एक बात जरूर है कि लंबे समय यानी कम से कम पांच-10 वर्ष के लिए निवेश करना चाहते हैं और इसका पालन कर लिया तो एसआईपी खासा रिटर्न दे सकता है।
यह बैंक की जमा राशि या अन्य सरकारी योजनाओं को पीछे छोड़कर अच्छी आय वाला साबित होता है। जब गिरते बाजार में निवेश करें तो यही वह समय है, जब खुदरा निवेशक डर या घबराहट के कारण निवेश या तो निकालते हैं या एसआईपी बंद करते हैं। जो निवेशक इससे बच जाता है वह सभी को पीछे छोड़ देता है। जब बाजार में गिरावट रहती है तो उस समय निवेशक ने एसआईपी शुरू किया इससे उसे अच्छा लाभ मिला है।
ऐतिहासिक स्तर पर एसआईपी निवेश
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के डेटा की माने तो मई में फंड उद्योग में एसआईपी से माह में 14,700 करोड़ रुपए से अधिक निवेश आया। यह अभी तक का रिकॉर्ड है। इससे पहले 14,000 करोड़ का मासिक निवेश लंबे समय के लिए हुआ है। लेकिन मई में इस निवेश ने पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए। 16 प्रतिशत का रिटर्न मिला है 31 अगस्त, 2007 से 31 अगस्त, 2010 तक एसआईपी में बने रहने पर।
घबराहट के चलते एसआईपी को बंद कर दिया तो बड़ा घाटा
घबराहट के चलते एसआईपी को बंद कर दिया तो बड़ा घाटा होता है। 31 अगस्त, 2007 से 31 जुलाई, 2008 के बीच वैश्विक आर्थिक संकट था। ऐसे समय में जिन्होंने एसआईपी बंद किया, उन्हें 26 प्रतिशत का घाटा उठाना पड़ा। इसके उलट, 31 अगस्त, 2007 से 31 अगस्त, 2010 तक जिन लोगों ने एसआईपी में रकम लगाए रखी। उनको 16 प्रतिशत का रिटर्न मिला। इस तरह से जब बाजार में गिरावट हो तो घबराएं नहीं। उस समय निवेश को और बढ़ाए तो बेहतर होगा। इसका लाभ यह होता है कि उसी पैसे में अधिक यूनिट मिलती हैं। जब बाजार की तेजी में कम यूनिट मिलती हैं।
2018 से 2023 के बीच 13 प्रतिशत का लाभ
एडलवाइस म्यूचुअल फंड की रिपोर्ट की माने तो 31 दिसंबर, 2018 से 30 अप्रैल, 2020 के बीच जिन लोगों ने अपना एसआईपी बंद किया, उन्हें 16 प्रतिशत घाटा हुआ। लेकिन, 31 दिसंबर, 2018 से लेकर 31 मार्च, 2023 तक जिन लोगों ने निवेश बनाए रखा, उन्हें 13 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न मिला। जिन निवेशकों ने 10 साल के लिए निवेश किया है, उनको घाटा कभी भी नहीं हुआ है।