कम वक्त में वजन कम करने के लिए लोग कीटो डाइट का सहारा लेते हैं, लेकिन अभिनेत्री मिष्टी मुखर्जी कीटो डाइट पर थीं और उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनका निधन हो गया | अब लोगों के जहन में ये सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ये कीटो डाइट है क्या? पिछले साल नेचर मेटाबॉलिज्म जर्नल में एक शोध रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी, जिसमें बताया गया था कि कीटो डाइट कम वक्त में ही शरीर को ज्यादा फायदा पहुंचाती है, लेकिन साथ ही एक हफ्ते बाद इसके नकारात्मक असर भी देखने को मिलते हैं।
आखिर क्या होती है कीटो डाइट?
यह एक हाई-फैट डाइट होती है, जिसमें शरीर ऊर्जा के लिए फैट पर निर्भर रहता है। इस डाइट में लोग कार्बोहाइड्रेट बहुत कम और प्रोटीन बहुत ही नियंत्रित मात्रा में लेते हैं। इसे कीटोजेनिक डाइट भी कहा जाता है।
वजन कम करने के लिए होता है कीटो डाइट
keto diet को अक्सर वजन कम करने के लिए लिया जाता है, लेकिन यह डायबिटीज के खतरे को भी कम करके सेहत में सुधार करने का काम करता है।
कितने दिनों में दिखता है कीटो डाइट का असर?
विशेषज्ञ बताते हैं कि कीटो डाइट का असर कम से कम एक हफ्ते में शरीर पर दिखने लग जाता है। यह वजन तो काफी तेजी से कम करता है, लेकिन इसके दुष्प्रभाव भी दो से तीन दिन में ही शरीर पर दिखने लगते हैं।
कौन-कौन सी चीजों को कीटो डाइट में शामिल नहीं किया जाता?
कीटो डाइट में आप वेज और नॉन वेज दोनों तरह की डाइट ले सकते हैं, लेकिन इसमें चीनी का सेवन कम किया जाता है और अनाज को शामिल नहीं किया जाता। इसके अलावा इस डाइट में फलों में सेब, केला और संतरा को भी शामिल नहीं किया जाता है।