लश्कर-ए-तैयबा का हाई ग्रेड आतंकी कराची में ढेर कर दिया गया है। आतंकी पर जम्मू—कश्मीर में CRPF काफिले पर हमले का आरोप था।
भारत पर आतंकी हमले का एक और आरोपी पाकिस्तान के कराची में ढेर हो गया। आतंकवादी अदनान को कराची में उसके घर के बाहर अज्ञात हमलावरों ने जान से मार डाला। आतंकी अदनान को चार गोलियां लगीं हैं। इसके बाद उसे कराची के अस्पताल में ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान बीते दिन आतंकी अदनान की मौत हो गई।
पाकिस्तान में छिपे भारत के दुश्मनों को खत्म किए जाने का काम जोरों पर है। पाकिस्तान में छिपे आतंकियों का खात्मा करने वाले अज्ञात व्यक्ति या एजेंसी का खौफ इतना बढ़ा है कि पाकिस्तान में बाकी बचे आतंकवादियों में भगदड़ मची हुई है। जो आतंकी कथित तौर पर जेल में बंद हैं। उन्हें पाकिस्तानी आईएसआई द्वारा सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है।
पाकिस्तान में अब अपनी जान बचाने के लिए भूमिगत
ऐसे आतंकवादियों, जिन्हें कुछ समय पहले तक सार्वजनिक स्थलों पर देखा जाता था। सभी पाकिस्तान में अब अपनी जान बचाने के लिए भूमिगत हो गए हैं। कई आतंकियों को बुलेटप्रूफ गाड़ियां दी गई हैं। इस कड़ी में लश्कर-ए-तैयबा का हाई ग्रेड आतंकी ‘हंजला अदनान’, पाकिस्तान के कराची शहर में मारा गया है। ये वही अदनान है, जिसे 2016 में जम्मू कश्मीर के पंपोर में सीआरपीएफ काफिले पर हमले का मास्टर माइंड बताया जाता है। उस हमले में 9 जवान शहीद हुए थे, जबकि डेढ़ दर्जन से अधिक जवान घायल हुए थे।
पाकिस्तान के कराची में तीन दिन पहले अज्ञात हमलावरों ने हंजला अदनान को कई गोलियां मारी थी। चूंकि पाकिस्तान में इस साल करीब दो दर्जन आतंकी मारे गए हैं। इनमें से ज्यादातर आतंकियों का नाम, भारत के वांटेड दहशतगर्दों की सूची में शामिल रहा है। अदनान की मौत को ‘लश्कर-ए-तैयबा’ चीफ, हाफिज साईद के लिए एक बड़ा झटका बताया जा रहा है।
मारे जा रहे आतंकियों को लेकर आईएसआई दहशत में
पाकिस्तान में मारे जा रहे आतंकियों को लेकर वहां की इंटेलिजेंस एजेंसी आईएसआई दहशत में है। आईएसआई की सिक्योरिटी के बावजूद कई आतंकी मारे गए हैं। अदनान आईएसआई के इशारे पर जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ कराता था। ‘लश्कर-ए-तैयबा’ में आतंकियों की भर्ती का काम भी अदनान देखता था। अज्ञात हमलावरों के चलते पाकिस्तान में ‘जैश-ए-मोहम्मद’ ‘डी कंपनी’, ‘लश्कर ए तैयबा’, लश्कर-ए-जब्बर और लश्कर-आई-जांगवी सहित कई आतंकी संगठनों से जुड़े दहशतगर्दों को सुरक्षा प्रदान की गई है। आईएसआई की रिपोर्ट पर लोकल पुलिस एवं दूसरे सुरक्षा बलों को इनके ठिकानों के आसपास तैनात किया गया है।
इन ‘टॉप’ आतंकियों को मिली है सुरक्षा
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी को दो वर्ष पहले पाकिस्तान की एक अदालत ने टेरर फंडिंग केस में 15 साल कैद की सजा सुनाई थी। भारत के विदेश मंत्रालय ने इसे हास्यास्पद बताया था। पाकिस्तान, एफएटीएफ की बैठक के भय से इस तरह के कदम उठाता रहता है। पर्दे के पीछे का सच, दुनिया जानती है।