प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार देर रात दिल्ली शराब नीति मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। ED की टीम ने पहले दो घंटे केजरीवाल से उनके घर पर लम्बी पूछताछ की और फिर उन्हें गिरफ्तार किया गया। केजरीवाल को आज अदालत में पेश किया जाएगा। केजरीवाल की गिरफ्तारी से पहले ED की टीम दिल्ली पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के साथ मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास पहुंची। पहले उनके पूरे आवास की तलाशी ली गयी और फिर पूछताछ की गयी. केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद एक जनीतिक भूचाल खड़ा हो गया है।
आम आदमी पार्टी की ओर से कहा गया है कि केजरीवाल जेल से ही सरकार सरकार चलाएंगे। केजरीवाल को लगातार पूछताछ के लिए समन मिल रहे थे और आप आयोजक उन समनों की लगातार अनदेखी कर रहे थे. ED की टीम इस मामले को लेकर अदालत भी गयी इसके बावजूद केजरीवाल पूछताछ से बचने की लगातार कोशिश करते रहे। केजरीवाल लगातार इस बात को दोहरा रहे थे कि मोदी सरकार उन्हें हर हाल में गिरफ्तार करना चाहती है. पिछले कुछ महीनों में ये दूसरा मौका है जब देश के दो मुख्यमंत्रियों को जेल के पीछे डाला गया है.ईडी ने पिछले हफ्ते ही इसी मामले में भारत राष्ट्र समिति की नेता और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी के. कविता को गिरफ्तार किया था।
सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी का ग्राउंड्स दरअसल सीबीआई की जांच बनी. सीबीआई ने सबसे पहले आबकारी घोटाले में शराब कंपनियों, उनके मालिकों और मनीष सिसोदिया के खिलाफ केस दर्ज किया था. इस समय केजरीवाल से पूछताछ जारी है और ED की टीम कोर्ट में किसी भी समय उन्हें पेश करके रिमांड पर लेने की दरख्वास्त कर सकती है। इस बीच विपक्ष के सभी राजनेता ने केजरीवाल की गिरफ्तारी कड़ी निंदा की है. विपक्ष का कहना है कि मोदी सरकार चुनाव जीतने के लिए अपने सभी विरोधियों को जेल भेज देना चाहती है.