DRDO: भारत ने प्रलय मिसाइल का सफलता पूर्वक परीक्षण किया है। मिसाइल की रेंज 350-500 किलोमीटर है। यह मिसाइल 500-1000 किलो पेलोड ले जाने में सक्षम है। भारत ने आज मंगलवार को सफलतापूर्वक सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल प्रलय का परीक्षण किया है। रक्षा अधिकारियों ने जानकारी दी कि यह परीक्षण ओडिशा तट पर अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया है। बता दें कि प्रलय मिसाइल डीआरडीओ ने विकसित की है। अधिकारियों ने बताया मिसाइल परीक्षण सुबह 9.50 बजे किया गया। इसने अपने सभी उद्देश्यों को पूरा किया।
प्रलय की मारक क्षमता 500 किलोमीटर
ट्रैकिंग उपकरणों से मिसाइल की ट्रैजेक्टरी का विश्लेषण किया है। बता दें कि प्रलय मिसाइल की मारक क्षमता 500 किलोमीटर है। यह 500-1000 किलो पेलोड ले जाने में सक्षम है। प्रलय मिसाइल एलएसी और एलओसी पर तैनात की जाएगी। रक्षा अधिकारियों का कहना है कि चीन डोंग फेंग 12 और रूस की इस्केंडर मिसाइलों की तुलना में भारत की प्रलय मिसाइल बेहतर कारगर है। यूक्रेन युद्ध में रूस ने इस्केंडर मिसाइल का खूब उपयोग किया है। बता दें कि पाकिस्तान के पास इस रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है।
एक महीने पहले ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का परीक्षण
गौरतलब है कि एक महीने पहले भारतीय वायुसेना ने लंबी दूरी की हवा से लॉन्च की जाने वाली ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया था। वायुसेना ने बंगाल की खाड़ी में क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया था। जिसमें फाइटर जेट सुखोई-30एमकेआई से ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल लॉन्च की गई थी। क्रूज मिसाइल 1500 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। ब्रह्मोस मिसाइल भारत के घातक हथियारों में से एक है।