चंडीगढ़। पंजाब में आज भारी तूफान आया है। तूफान में कई घरों की छतें उड़ गई हैं। गांवों में तूफान से भारी तबाही मची है। तूफान के चलते पंजाब में बीएसएफ ने राहल और बचाव कार्य शुरू किया है। तूफान से सड़कों पर पेड़ गिर गए है। जिससे यातायात रूक गया है। बीएसएफ के जवान गिरे पेड़ों को काटकर रास्ता बहाल करवा रहे है। तूफान से किन्नू के बागों को भारी नुकसान पहुंचा है।
पंजाब के अबोहर और अन्य जिलों में आज शुक्रवार को शाम ऐसा नजारा दिखा कि लोग हैरान हो गए। तूफानी बवंडर ने जिलों में बड़ी तबाही मचाई है। तूफानी बवंडर ने घरों को भारी नुकसान पहुंचाया है। कई लोग मलबे में दब गए हैं। उन्हें ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला और सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है।
तूफानी बवंडर से किन्नू के बाग उखड़ गए हैं। कई जगह गांव में मकान की दीवारें टूट गईं है। बवंडर से लोगों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी भी नुकसान का जायजा लेने गांव पहुंचे। तूफान और बवंडर से घरों की छत उखड़ गई हैं। घरों में खड़े पेड़ गिरने से मकानों को क्षति हुई है। वहीं कई लोग मलबे में दब गए। जिन्हें बड़ी मुश्किल से बाहर निकाल कर अस्पताल में दाखिल करवाया गया।
बड़ी संख्या में पेड़ गिरने से सड़कों पर यातायात ठप हो गया। राहत और बचाव के लिए बीएसएफ के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। बीएसएफ के जवानों ने गांवों में पहुंच कर राहत और बचाव कार्य शुरू किया है। जवानों ने गिरे पेड़ों को काटकर रास्ता बहाल करवाया।
बारिश ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान
देर रात और शुक्रवार दोपहर बाद पूरे पंजाब में बारिश हुई है। भारी ओलावृष्टि से गेहूं की फसल और किन्नू के बागों को भारी नुकसान हुआ है। फाजिल्का में बरसात के साथ ओलावृष्टि की जानकारी है।
इससे गेहूं की फसल खेतों में ही गिर गई। वहीं मौसम विभाग ने बादल छाए रहने और भारी बरसात की संभावना जताई है। फिरोजपुर और ममदोट में तेज बारिश व हवाओं के चलने से फसल तबाह हो गई है। किसानों का कहना है कि फसल जमीन पर बिछने के कारण पैदावार कम होगी।