यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत के बाद रोज़ नए नए खुलासे हो रहे हैं. पता लगाने की कोशिश हो रही है कि इस हादसे और इन मौतों के लिए ज़िम्मेदार कौन है. भगदड़ वास्तव में क्यों मची, ये अपने आप हुई या फिर कुछ ऐसा किया गया कि जिसकी वजह से लोग बेकाबू होकर एकदूसरे को कुचलने लगे. अब इस केस में नया खुलासा सामने आया है और ये खुलासा भोले बाबा यानि सूरजपाल के वकील ने किया है. अक्सर बाबाओं के केस लड़ने वाले वकील ए पी सिंह ने बताया है कि भगदड़ दरअसल ज़हरीले स्प्रे की वजह से मची और 121 लोगों को जान गंवानी पड़ी.
बाबा सूरजपाल के वकील एपी सिंह ने इस घटना के जरिए बाबा के सत्संग को बदनाम करने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोगों द्वारा जहरीले स्प्रे करने की वजह से अनुयायियों को सांस लेने में दिक्कत हुई और सत्संग में भगदड़ मच गई, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। एपी सिंह ने भोले बाबा के पैरों की धूल लेने के दौरान हुई भगदड़ की बात को खारिज करते हुए दावा कि 2 जुलाई के हादसे के पीछे बाबा के विरोधियों का हाथ है। उनके मुताबिक 10-15 नामालूम लोगों ने अपने कमर में स्प्रे बांध रखे थे जो सत्संग खत्म होने के बाद उन्होंने अनुयायियों पर स्प्रे किए थे, ये ज़हरीले स्प्रे थे ।
भोले बाबा के वकील ए पी सिंह का ये बयान तब सामने आया जब चश्मदीदों ने आरोप लगाया था कि बाबा के पैरों की धूल लेने के दौरान अफरातफरी मची थी। बाबा भोले के वकील ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी को चेक करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सत्संग वाले स्थान से कुछ दूरी पर दो गाड़ियां खड़ी थीं जिसमें जहरीले स्प्रे करने वाले लोग बैठे थे। इन्हीं लोगों ने घटना को अंजाम दिया और वहां से फरार हो गए। वकील ए पी सिंह ने कहा कि उन लोगों के भी बयान दर्ज करवाएंगे जिन्होंने स्प्रे वाली बात कही है।