एक तरफ हरियाणा विधानसभा के लिए आज मतदान हो रहा और दूसरी तरफ सत्ताधारी भाजपा बागियों पर कार्रवाई कर रही है. बागियों पर कार्रवाई के भाजपा ने मतदान का ही दिन क्यों चुना , ये भी एक बड़ा सवाल है, हालाँकि जिन बागियों पर कार्रवाई हुई है और जिन्हें पार्टी लिए निकाल दिया गया है उनमें कई बड़े नाम भी हैं जिनमें सबसे बड़ा नाम सावित्री जिंदल का है जो हिसार सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं क्योंकि उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया था. बता दें कि सावित्री जिंदल एशिया की सबसे अमीर महिला हैं। उनके पुत्र नवीन जिंदल कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद हैं। भाजपा ने सावित्री जिंदल की जगह कमल गुप्ता को टिकट दिया है वहीँ कांग्रेस ने हिसार से रामनिवास राड़ा को मैदान में उतारा है।
सावित्री जिंदल के साथ ही पार्टी ने गौतम सरदाना, तरुण जैन और अमित ग्रोवर को भी पार्टी से निकाल दिया है. हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि ये चारों नेता निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. इन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाला जाता है. इससे पहले 5 अक्टूबर को सावित्री जिंदल के बेटे नवीन जिंदल घोड़े पर सवार होकर वोट डालने पहुंचे क्योंकि वो मानते हैं कि घोड़े पर सवार होकर वोट डालना शुभ होता है. उन्होंने ये भी स्पष्ट कर दिया कि वो अपनी मां को ही वोट देने आये हैं. उनका कहना है कि उनकी माता सावित्री जिंदल हिसार के विकास के लिए बहुत कुछ करना चाहती हैं. नवीन जिंदल ने कहा कि उनकी मां भी चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन ये जनता को तय करना है कि वो किसे आशीर्वाद देती है.
वहीँ मतदान वाले दिन भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल विज फिर मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पेश की, उनकी दावेदारी पर नवीन जिंदल ने कहा कि वे पार्टी के बड़े नेता हैं और अगर उनके मन में कुछ चल रहा है तो उन्हें कहने का हक है। पार्टी से निष्काषित होने वालों में भाजपा के पूर्व मेयर गौतम सरदाना और पूर्व जिला उपाध्यक्ष तरुण जैन भी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। हिसार की बात करें तो कांग्रेस ने यहाँ से 6 बार जीत दर्ज की है जिसमें चार बार जिंदल परिवार का सदस्य विधायक बना।