एक तरफ योगी सरकार प्रदेश में हज़ारों करोड़ का निवेश लाने के दावे कर रही है, इन्ही दावों में राजधानी लखनऊ में 19 फरवरी से शुरू होने वाली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी भी है जो तीन दिनों तक चलेगी और इस दौरान 10 लाख करोड़ से ज्यादा की निवेश परियोजनाओं का शिलान्यास होगा। इस ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव का बयान आया है. अखिलेश ने कहा कि ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरमनी जनता के साथ एक छलावा है, धोखा है क्योंकि सिर्फ भूमि पूजन ही होता है. न तो फ़ैक्ट्री लगती है और न ही नौजवानों को रोज़गार मिलता है.
सपा प्रमुख ने कहा कि आजतक ज़मीन पर कोई भी निवेश नज़र नहीं आया. जनता की गाढ़ी कमाई को इन बड़े-बड़े आयोजनों में लुटाया जाता है। योगी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में इन्वेस्टर समिट और ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरमनी पर खूब पैसा लुटाया लेकिन नतीजा शून्य निकला। दूसरे कार्यकाल में भी बाबा की सरकार ने 40 लाख करोड़ के एमओयू होने का दावा किया और अब चुनाव करीब देखकर एकबार फिर ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरमनी का दिखावा किया जा रहा है। इस आयोजन का भी हश्र पहले जैसा ही होगा।
अखिलेश ने कहा कि दिखावा करने से निवेश नहीं आता है। निवेश और रोजगार के लिए ठोस और स्पष्ट नीति की ज़रुरत होती है जो भाजपा सरकार के पास नहीं है. अखिलेश ने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार से परेशान जनता को धोखा देने के लिए भाजपा नए-नए इवेन्ट के जरिए जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए हर चुनाव से पहले इस तरह की कसरत करती है, लेकिन भाजपा की इन चालों को जनता समझने लगी है और आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा को हरा कर इस धोखे का जवाब देगी।