बेंगलुरू। देश की पहली गर्ल्स फुटबॉल एकेडमी बेंगलुरु में सोमवार से शुरू हो गई। इसे रेबेल्स एफसी क्लब ने येलहंका इलाके के एक स्कूल कैंपस में शुरू किया है. इस एकेडमी में लड़कियों की ट्रेनिंग के अलावा उनके रहने का भी पूरा इंतजाम होगा.
इस रेजिडेंशियल एकेडमी में देश भर से चुनी गईं अंडर-13 से अंडर-22 एज ग्रुप की लड़कियों को साइंटिफिक ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे उनका प्रोफेशनल फुटबॉलर बनने का सपना पूरा हो सके. खिलाड़ियों को यूईएफए और एएफसी कोचिंग लाइसेंस हासिल किए गए एक्सपर्ट के आधार पर तैयार किए गए प्रोग्राम के जरिए ट्रेनिंग दी जाएगी.
महिला फुटबॉल को मिलेगा बढ़ावा
एकेडमी शुरू होने के मौके पर ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन(एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने कहा कि हम आरएफसी को लड़कियों की रेजिडेंशियल फुटबॉल एकेडमी शुरू करने के लिए बधाई देते हैं.
2021 में गर्ल्स अंडर-17 वर्ल्ड कप
एआईएफएफ महिला फुटबॉल को बढ़ावा देने के रोडमैप पर काम कर रहा है. इसके लिए 2021 में देश में अंडर-17 महिला वर्ल्ड कप होने जा रहा है. इसके अलावा 2022 में वुमेंस एशियन कप भी होगा. ऐसे में आरएफसी जैसी एकेडमी इस लक्ष्य को हासिल करने में मददगार साबित होंगी.
एकेडमी से नेशनल टीम के लिए बेहतर खिलाड़ी मिलेंगे: नेशनल कोच
भारतीय महिला फुटबॉल टीम की कोच मैमोल रॉकी भी इस क्लब के शुरू होने से खुश हैं. उन्होंने कहा कि यह रेजिडेंशियल एकेडमी दूसरे क्लबों के लिए भी मिसाल बनेगी. एकेडमी के प्लेयर डेवलपमेंट मॉडल की वजह से नेशनल टीम के लिए हमें बेहतर खिलाड़ी मिल सकेंगे.
कोरोना के कारण अंडर-17 वर्ल्ड कप टला
भारत में गर्ल्स अंडर-17 वर्ल्ड कप इस साल नवंबर में होना था, लेकिन कोराेना के कारण इसे अगले साल के लिए टाल दिया गया है. अब यह अगले साल 17 फरवरी से 7 मार्च तक होगा.
खेल मंत्रालय ने भी गर्ल्स फुटबॉल लीग शुरू की
खेल मंत्रालय की ओर से पिछले साल खेलो इंडिया स्कूल गेम्स के तहत गर्ल्स फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए फुटबॉल लीग शुरू की थी. वहीं, एआईएफएफ और इंडियन सुपर लीग ने भी पिछले साल गर्ल्स फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए फुटबॉल लीग का आयोजन किया था.