अमेरिका के खिलाफ इंग्लैंड को विश्व कप में जीत हासिल करने के लिए अभी और इंतज़ार करना होगा क्योंकि कल देर रात क़तर के अल बायेत स्टेडियम में खेले गए ग्रुप-बी के मुकाबले में दोनों ही टीमें बिना किसी गोल के बराबरी पर रहीं। माना जा रहा था कि इंग्लैंड की टीम अमेरिका को हरा सकती है लेकिन नौजवान खिलाडियों से सजी USA की टीम ने इंग्लैंड के अरमानों पर पानी फेर दिया। विश्व कप मुकाबलों में इंग्लैंड आजतक अमेरिका पर जीत हासिल नहीं कर पाया है. दोनों के बीच इससे पहले दो मुकाबले हुए थे, 1950 में अमेरिका ने इंग्लैंड को 1-0 से हराया था वहीँ 2010 के मुकाबले में दोनों के बीच 1-1 से मुकाबला ड्रॉ रहा था.
हैरी केन से इंग्लिश फैंस मायूस
कल के मुकाबले में दोनों ही टीमों ने गोल करने के कई मौके बनाए लेकिन किसी मौके को भुनाया नहीं जा सका. उम्मीद थी कि इंग्लिश कप्तान हैरी केन कुछ ऐसा कर दिखाएंगे जिससे स्टेडियम में बैठे हज़ारों इंग्लिश फैंस झूम उठेंगे लेकिन उनके खेल से फैंस को काफी निराशा मिली. पहले हाफ के शुरूआती 40 मिनटों में अमेरिका की जानिब से क्रिश्चियन पुलिसिक ने काफी प्रभावित किया. उन्होंने कई अच्छे मूव्स बनाए , उनका एक स्ट्रॉन्ग लेफ्ट फुट शॉट क्रॉसबार को हिट कर गया.
1966 में विश्व कप जीत चुकी है इंग्लैंड
अमरीकी टीम ने पहले हाफ में इंग्लैंड की तुलना में गोलपोस्ट पर ज्यादा हमले किये. दूसरे हाफ का भी नतीजा भी पहले हाफ जैसा रहा और मैच ड्रॉ पर जाकर छूटा. इंग्लैंड ने 8 मौके पर गोलपोस्ट को टारगेट किया जबकि यूएसए ने 6 बार हलचल मचाई. इंग्लैंड के आठ में से तीन शॉट टारगेट पर लगे वहीं यूएसए का 6 में से एक शॉट टारेगट पर लगा. इंग्लैंड की टीम ने तीन कार्नर हासिल किये वहीँ यूएसए को सात कॉर्नर मिले. ग्रुप-बी में इंग्लैंड अभी 4 अंकों के साथ शीर्ष पर है, जबकि ईरान तीन अंकों के साथ दूसरे और यूएसए 2 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है. बता दें कि इंग्लैंड की टीम 1966 में फीफा वर्ल्ड कप जीत चुकी है वहीँ 1990 और 2018 में भी वह अंतिम चार तक पहुंचने में कामयाब रही थी.