पहले महिला प्रीमियर लीग का खिताब मुंबई इंडियंस की झोली में गया. कल रात एक अच्छा फाइनल खेला गया और अंत में जीत उसे ही मिली जो टीम टूर्नामेंट में शुरू से चैम्पियन की तरह खेल रही थी. मुंबई इंडियन्स ने दिल्ली कैपिटल को सात विकेट के अंतर से हराया। ये अपने आप में दिखाता है कि कौन सी टीम भारी थी. फैसला भले है अंतिम ओवर में आया हो लेकिन जीत का अंदाज़ा पहले ही लग गया था. मुंबई जल्दी भी जीत सकती थी लेकिन उसे कोई हड़बड़ी नहीं थी. गेंदबाज़ी हो, फील्डिंग हो या फिर बल्लेबाज़ी, हर क्षेत्र में मुंबई की टीम दिल्ली कैपिटल्स से बेहतर थी. हरमनप्रीत कौर ने पूरे टूर्नामेंट में एक स्तम्भ की तरह टीम को सहारा दिया। भारत की यह कप्तान सच में पहली WPL ट्रॉफी उठाने की हक़दार थी.
चैम्पियन बनने का एहसास पहले ही करा दिया था
अपने पहले पांच मैचों को लगातार जीतकर मुंबई ने चैम्पियन बनने का एहसास तो पहले ही करा दिया था हालाँकि बीच में दो मैचों में उनके मिडिल आर्डर की नाकामी ने उसकी विजय यात्रा में ब्रेक लगा दिया यही वजह रही कि वो सीधे फाइनल में नहीं खेल पायी थी लेकिन दो मैचों में हार के बाद मुंबई की टीम एक चैम्पियन की तरह फिर उठी और चैम्पियन बनकर ही WPL में अपने सफर को ख़त्म किया और ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि नैटली सिवर-ब्रंट और हरमनप्रीत कौर के रूप मुंबई का मिडिल आर्डर एकबार फिर धमाकेदार प्रदर्शन करने लगा. नैटली सिवर-ब्रंट ने एलिमिनेटर में यूपी वारियर्स के खिलाफ भी धमाकेदार प्रदर्शन किया था और एकतरफा तौर पर जीत हासिल की थी
शिखा पांडेय-राधा यादव ने मुकाबला अच्छा बनाया
मुंबई की ये जीत और बड़ी साबित होती और मैच बिलकुल एकतरफा होता अगर अंतिम विकेट के लिए शिखा पांडे और राधा यादव की जोड़ी ने 52 रन न जोड़े होते। इन दोनों की बदौलत ही दिल्ली की टीम 131 का लक्ष्य दे पायी। दिल्ली का स्कोर तो एक समय 79 पर 9 विकेट हो गया था. 100 रन बनाना भी उनके लिए बड़ा मुश्किल था लेकिन शिखा पांडे और राधा यादव ने उनके स्कोर को उस जगह तक पहुँचाया जहाँ उनकी हार को भी एक सम्मान मिल सका. कप्तान मेग लैनिंग (35) के अलावा पूरा टॉप आर्डर और मिडिल आर्डर इसी वॉन्ग, हेली मैथ्यूज़ और अमिलिया कर के आगे धराशायी हो गया.
नैटली सिवर-ब्रंट की लगातार दूसरी फिफ्टी
शुरुआत मुंबई की भी खराब रही लेकिन फिर नैटली सिवर-ब्रंट नाबाद 60, हरमनप्रीत कौर 37 और अमेलिया कर नाबाद 14 ने लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर लिया। जीत के बाद हरमनप्रीत कौर ने कहा कि उन्हें इस पल का काफ़ी समय से इंतज़ार था। यह सपने के साकार होने जैसा है। मैं ख़ुद काफ़ी समय से इस पल का इंतज़ार कर रही थी। वहीँ हार से निराश मेग लानिंग ने कहा कि हम जीतते तो ख़ुशी और ही होती लेकिन मुंबई ने पूरे टूर्नामेंट में अच्छा खेला।