नई दिल्ली। कल नई दिल्ली में मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक पर बैंकों की नजर लगी है। मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक से पहले आशंका जताई जा रही है कि लोन महंगे हो सकते है। जानकारों की माने तो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट्स यानी 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकता है।
खुदरा महंगाई दर 6 प्रतिशत के ऊपर
इस समय अप्रैल माह के शुरूआती दिनों में खुदरा महंगाई के 6 प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व समेत कई केंद्रीय बैंकों के आक्रामक रुख के बीच आरबीआई रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की एक और बढ़ोतरी का फैसला सोमवार को कर सकता है। आरबीआई की एमपीसी की दूसरी मासिक समीक्षा बैठक कल 3 अप्रैल से शुरू होने वाली है। 3 दिन तक चलने वाली यह बैठक 6 अप्रैल को वाणिज्य नीतिगत दर संबंधी फैसले के साथ खत्म होगी।
फरवरी में रेपो रेट 0.25 प्रतिशत बढ़ा था
महंगाई पर काबू पाने के लिए आरबीआई ने मई, 2022 से ब्याज दर में बढ़ोतरी का रुख अपनाया है। इस दौरान रेपो दर 4 प्रतिशत से बढ़कर 6.50 प्रतिशत पर पहुंच चुका है। फरवरी में हुई एमपीसी बैठक में रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी।
महंगाई दर जनवरी में 6.52 प्रतिशत
कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स आधारित महंगाई जनवरी में 6.52 प्रतिशत और फरवरी में 6.44 प्रतिशत रही है। खुदरा महंगाई का यह स्तर आरबीआई के 6 प्रतिशत के संतोषजनक स्तर से अधिक है। इस बैठक पर सभी बैंकों की नजर है। इसके मददेनजर बैंकों ने लोन की ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी का अभी कोई नया फैसला नहीं लिया है। लेकिन माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद बैंकों की लोन दरें जल्द ही बढ़ जाएगी। जिससे लोन लेने वालों को अधिक ब्याज दरों पर लोन मिल सकेगा।