हरियाणा के पांच बार मुख्यमंत्री रहे और कद्दावर राजनीतिक व्यक्ति ओम प्रकाश चौटाला का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। इंडियन नेशनल लोकदल के मीडिया समन्वयक राकेश सिहाग के अनुसार पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल के बेटे चौटाला का गुरुग्राम स्थित उनके आवास पर हृदयाघात के बाद निधन हो गया।
वरिष्ठ नेता को सुबह दिल का दौरा पड़ा और उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। हालांकि मेडिकल टीम के प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। चौटाला के निधन से हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में एक युग का अंत हो गया है। अपने कुशल नेतृत्व और ग्रामीण तथा कृषि मुद्दों की गहरी समझ के लिए जाने जाने वाले चौटाला राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण ताकत थे।
1 जनवरी, 1935 को जन्मे ओम प्रकाश चौटाला अपने पिता देवी लाल के पदचिन्हों पर चलकर प्रसिद्धि के शिखर पर पहुंचे, जो एक प्रभावशाली किसान नेता और भारतीय राजनीति के क्षेत्र में एक प्रमुख व्यक्ति थे। चौटाला ने 1970 के दशक की शुरुआत में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की, और अंततः हरियाणा की राजनीति में खुद को एक मजबूत नेता के रूप में स्थापित किया।
उन्होंने पांच बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया, उनके कार्यकाल में राज्य के बुनियादी ढांचे, शिक्षा और कृषि क्षेत्रों में सुधार के प्रयास किए गए। चौटाला ने INLD को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसका नेतृत्व उन्होंने क्षेत्रीय मुद्दों और किसानों के कल्याण पर ध्यान केंद्रित करके किया।