ELSS Mutual Funds: इक्विटी में निवेश कर बेहतर रिटर्न की उम्मीद तो करते हैं। लेकिन क्या इसमें निवेश कर टैक्स सेविंग का फायदा मिलता हैं? इसका उत्तर हां में ही मिलेगा। इक्विटी में भी निवेश कर इनकम टैक्स एक्ट 1961 की धारा 80C के तहत टैक्स छूट (deduction) का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। ईएलएसएस(Equity Linked Savings Scheme यानी ELSS), एनपीएस(NPS) और यूलिप (ULIP) ऐसी स्कीम हैं। लेकिन इस कटौती का लाभ सिर्फ पुरानी टैक्स व्यवस्था यानी old tax regime में मिलेगा।
सबसे अधिक इक्विटी में एक्सपोजर ELSS में
इन तीनों में सबसे अधिक इक्विटी में एक्सपोजर ELSS में है। इसी के साथ लॉक-इन पीरियड(lock-in period) मामले में ELSS पहले नंबर पर है। इस खास म्युचुअल फंड स्कीम का लॉक-इन पीरियड सिर्फ 3 साल का है। इस कैटेगरी के फंडों ने पिछले एक साल, तीन साल और पांच साल में औसतन 17 फीसदी, 20 प्रतिशत और 15 प्रतिशत से अधिक सालाना रिटर्न दिया है। इसी तरह से ELSS पर औसत सालाना रिटर्न 1-year 17 प्रतिशत, 3-year 20 प्रतिशत और 5-year पर 15 प्रतिशत रिटर्न देता है।
यदि टैक्स में छूट के साथ-साथ इक्विटी में अच्छा रिटर्न मिले तो ELSS बेहतर विकल्प है। लोग जिन्होंने अभी तक इक्विटी में निवेश नहीं किया। उनके लिए इक्विटी में निवेश शुरू करने का बेहतर जरिया है।
पैसिव ELSS फंडों में कर सकते हैं निवेश
जब से एसेट मैनेजमेंट कंपनियों(asset management companies यानी AMC) को सेबी (SEBI) की ओर से पैसिव स्कीम(passive scheme) लॉन्च करने की अनुमति मिली है। निवेशकों के पास एक्टिव के साथ पैसिव ELSS स्कीम में निवेश का विकल्प खुला है। इसलिए वो निवेशक जो कम जोखिम लेना चाहते हैं। पैसिव ELSS के साथ जा सकते हैं। पैसिव ELSS में फंड मैनेजर की भूमिका सक्रिय नहीं होती। इसलिए टोटल एक्सपेंस रेश्यो(total expense ratio) एक्टिव स्कीम के मुकाबले कम है। निवेश रणनीति में निरंतरता(continuity) और पारदर्शिता (transparency) की वजह से निवेशक नए विकल्प को पसंद कर सकते हैं।
बाजार में कितने पैसिव फंड
बाजार में सिर्फ 3 पैसिव फंड लॉन्च हुए हैं। इनमें 360 ONE ELSS Tax Saver Nifty 50 Index Fund, Navi ELSS Tax Saver Nifty 50 Index Fund के अलावा Zerodha ELSS Tax Saver Nifty Large Midcap 250 Index Fund हैं। बाकी जो ELSS फंड उपलब्ध हैं वे एक्टिव हैं।
प्रदर्शन के मामले में बेहतर
अभी तक तीन पैसिव फंड लॉन्च हुए हैं। उनमें से – Zerodha ELSS Tax Saver Nifty Large Midcap 250 Index Fund इसी महीने जबकि बाकी दो – 360 ONE ELSS निफ्टी 50 टैक्स सेवर इंडेक्स फंड और Navi ELSS टैक्स सेवर निफ्टी 50 इंडेक्स फंड इस साल की शुरुआत में लॉन्च हुए थे। इसलिए पिछले छह महीने के प्रदर्शन को ध्यान में रखकर इनकी तुलना एक्टिव फंडों से हो सकती है। पिछले छह महीने में 360 ONE ELSS निफ्टी 50 टैक्स सेवर इंडेक्स फंड और Navi ELSS टैक्स सेवर निफ्टी 50 इंडेक्स फंड ने 9 प्रतिशत से अधिक रिटर्न दिया है। जबकि इसी अवधि के दौरान एक्टिव फंडों का प्रदर्शन 12 प्रतिशत से लेकर 23 प्रतिशत तक रहा है।
इसलिए रिटर्न के मामले में पैसिव फंड एक्टिव फंडों के मुकाबले काफी पीछे हैं। समान अवधि के दौरान बेंचमार्क Nifty 50 ने 8 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इन दोनों पैसिव फंड – 360 ONE ELSS निफ्टी 50 टैक्स सेवर इंडेक्स फंड और Navi ELSS टैक्स सेवर निफ्टी 50 इंडेक्स फंड के लिए बेंचमार्क Nifty 50 है।