लोकसभा चुनाव में चुनाव आयोग को ईवीएम में खराबी, अनियमितता और मतदान के दिन से संबंधित सैकड़ों शिकायतें मिली थीं। इनमें से उसने केवल 74 शिकायतों पर ही संज्ञान लिया और अब कार्रवाई के तौर पर 74 मतदान केंद्रों की ईवीएम की जांच करवाने का निर्णय लिया है। इनमें से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र के 40, तमिलनाडु के 20, हरियाणा के 6, छत्तीसगढ़ के 6 और आंध्र प्रदेश के 2 मतदान केंद्रों की ईवीएम की जांच करवानी है। आयोग ने करनाल और फरीदाबाद लोकसभा सीटों के छह मतदान केंद्रों की ईवीएम की जांच करवाने का निर्णय लिया है।
करनाल और फरीदाबाद लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशियों ने छेड़छाड़ की आशंका जताई थी। इस संबंध में आयोग से शिकायत भी की गई थी। करनाल से कांग्रेस प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा की ओर से चुनाव आयोग को पत्र लिखा गया था। इसमें ईवीएम की जांच करवाने की मांग की गई थी। फरीदाबाद से कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र प्रताप ने भी छेड़छाड़ की आशंका जताई थी। इस तरह करनाल में दो, पानीपत सिटी में दो और फरीदाबाद के बड़कल में दो मतदान केंद्रों पर ईवीएम को लेकर शिकायतें मिली हैं।
आपको बता दें कि ईवीएम मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि नतीजे घोषित होने के बाद प्रत्याशियों के अनुरोध पर इंजीनियरों की टीम द्वारा माइक्रोकंट्रोलर ईवीएम में जली हुई मेमोरी की जांच की जाएगी। ऐसा अनुरोध नतीजे घोषित होने के 7 दिनों के भीतर किया जाना चाहिए। सत्यापन का खर्च अनुरोध करने वाले प्रत्याशियों को उठाना होगा। अगर ईवीएम में छेड़छाड़ पाई जाती है तो खर्च वापस किया जाएगा।