Jantar Mantar wrestler protest दिल्ली जंतर-मंतर से महिला पहलवानों को रविवार को हटा दिया गया। पहलवानों ने महिला महापंचायत के लिए मार्च निकालना शुरू किया। रविवार सुबह 11 बजे पहलवान संसद की और बढ़े तो पुलिस ने बेरीकेड लगाकर जंतर-मंतर पर उनको रोक दिया। इस दौरान पहलवानों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की हुई। पहलवानों ने बेरीकेड तोड़ दिए और संसद भवन की और बढ़ने लगे।
इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को हिरासत में ले लिया। झड़प के दौरान बेरीकेड के पास फोगाट बहनें सड़क पर गिरीं। उनके हाथों में तिरंगा था। पुलिस ने इनको हिरासत में ले लिया। हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस ने जंतर-मंतर पर पहलवानों के सभी टेंटों को उखाड़ दिया। कुछ समय में गद्दे हटा दिए गए।
अब दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। साक्षी मलिक ने ट्विटर कर लिखा कि क्या कोई सरकार देश के चैम्पियंस के साथ ऐसा बर्ताव करती है। हमने क्या गुनाह किया। जंतर-मंतर पर जिस समय ये कार्रवाई हुई उसी समय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के नए संसद भवन का उद्घाटन कर रहे थे।
आंदोलनरत पहलवान पिछले 36 दिनों से भारतीय कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। हिरासत में लिए पहलवानों को हिरासत में अलग स्थानों पर रखा है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में रविवार देर शाम तक चुप्पी साधे रखी।
छावनी में तब्दील जंतर-मंतर
पहलवानों के मार्च को देखते हुए जंतर-मंतर के आसपास पुलिस फोर्स तैनात कर पूरे धरनास्थल को छावनी में तब्दील कर दिया है। क्षेत्र में सख्ती को बढ़ा दिया गया है। केवल पटेल चौक मेट्रो स्टेशन के रास्ते से लोग आ जा रहे हैं। हालांकि उन्हें जंतर-मंतर के तरफ जाने नहीं दिया जा रहा है।
धरना स्थल खाली करवाया
जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के धरना स्थल को अब पूरी तरह से खाली करवा दिया है। सभी पहलवानों व अन्य प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिए जाने के बाद धरना स्थल पर अब कोई वहां नहीं है। दिल्ली पुलिस ने धरनास्थल से पंडाल, टेंट, कूलर और गद्दा हटा दिया है। इसी के साथ धरनास्थल पर रखे सामान को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है। धरना स्थल पर पिछले 36 दिनों से बजरंग पुनिया, विनेश, साक्षी मलिक, संगीता फोगाट सहित अन्य पहलवान प्रदर्शन कर रहे थे।
उनके समर्थन में विपक्ष और दूसरे संगठनों के काफी लोग जुट रहे थे। जंतर-मंतर से पुलिस द्वारा सामान हटाने के बाद प्रदर्शनकारी पहलवानों के समर्थन में आए लोगों ने कहा कि केंद्र सरकार ने आरोपी बृजभूषण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। लेकिन न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को हटा दिया। इस मामले में पुलिस प्रशासन का कहना है कि पहलवानों के सामान को अस्थायी तौर पर जंतर-मंतर से हटा दिया।