भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण के खिलाफ Mee Too मामले पर बड़ा अपडेट यह है कि IOA की आपातकालीन बैठक के बाद आरोपों की जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गयी है. कमेटी में बॉक्सर मैरी कॉम, तीरंदाज़ डोला बनर्जी, अलकनंदा अशोक, पहलवान योगेश्वर दत्त, सहदेव यादव के अलावा 2 अधिवक्ताओं के नाम शामिल हैं. IOA ने जांच के लिए कोई समय सीमा नहीं तय की है जिसका मतलब है मामला लम्बा जा सकता है और लम्बे मामले अक्सर ठन्डे भी पड़ जाते हैं.
सुनामी लाने वाली प्रेस कांफ्रेंस रद्द
इसके पहले यौन उत्पीड़न के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सुबह कहा था कि मैंने मुंह खोला तो सुनामी आ जाएगी, वह शुक्रवार को दोपहर बाद प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा करने वाले थे लेकिन उन्हें खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया में न जाने की सलाह दी थी. बाद में उनकी प्रेस कांफ्रेंस रद्द कर दी गयी। बृजभूषण शरण सिंह को खेल मंत्रालय ने 72 घंटे के अंदर इस मामले में अपना पक्ष रखने को कहा था. बृजभूषण शरण सिंह के बेटे ने बताया कि जवाब भेज दिया गया है और प्रेस वार्ता को रद्द कर दिया गया है. बृजभूषण शरण सिंह अब 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली संघ की वार्षिक बैठक में अपनी बात कहेंगे।
बृजभूषण शरण ने मामले को दिया राजनीतिक मोड़
बृजभूषण शरण सिंह ने इससे पहले इस पूरे मामले को राजनीतिक मोड़ देने की कोशिश करते कहा जंतर मंतर पर पहलवानों और खिलाडियों के धरने की तुलना शाहीनबाग़ से की. भाजपा सांसद ने कहा कि यह सब एक कॉर्पोरेट और कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के इशारे पर हो रहा है. हालाँकि धरना स्थल पर पहलवान योगेंद्र दत्त ने साफ़ तौर पर कहा कि इसमें कोई राजनीती नहीं है, न ही किसी राजनेता का साथ लिया गया , यह खिलाडियों की लड़ाई है और खिलाडी ही अपनी लड़ाई लड़ेंगे। हमें किसी भी पार्टी की मदद नहीं चाहिए। योगेंद्र दत्त ने कहा कि यह लड़ाई आज के लिए नहीं बल्कि आगे आने वाले कल की है. नए खिलाडियों के भविष्य की है.