खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ कई घंटों की बातचीत के बाद कल देर रात जंतर मंतर पर धरने पर बैठे देश के पहलवानों ने अपने प्रदर्शन को ख़त्म करने का एलान कर दिया। सरकार की ओर से उन्हें चार महीनों में मामले की जांच का दिलासा दिया गया है तब तक भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद को कुश्ती संघ के कामकाज से अलग कर दिया है तब तक के लिए एक निगरानी समिति बनाकर WFI का रोज़ाना का कामकाज निपटाया जायेगा। बता दें कि भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था और पिछले तीन दिनों से जंतर मंतर पर धरने पर बैठी थी. धरने की अगुवाई विनेश फोगाट, साक्षी मलिक रवि दहिया और दुसरे पहलवान कर रहे थे.
WFI से बृजभूषण को अलग किया गया
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों के साथ देर रात बैठक के बाद एक निगरानी समिति बनाने की बात कही यह समिति चार हफ्ते में डब्ल्यूएफआई और इसके अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और वित्तीय अनियमितता के सभी आरोपों की गंभीरता से जांच करेगी. खेल मंत्री ने बताया कि जांच पूरी होने तक बृजभूषण शरण सिंह WFI से पूरी तरह अलग रहेंगे और जांच में सहयोग करेंगे, डब्ल्यूएफआई के रोजमर्रा के काम को देखने के लिए निगरानी समिति बनाई जाएगी।
बजरंग पूनिया ने प्रोटेस्ट ख़त्म करने का किया एलान
अनुराग ठाकुर ने कहा कि पहलवानों ने बातचीत के दौरान खेलों में सुधार के लिए कई अहम सुझाव भी दिए. हमने इनकी मांगों को सुना और कार्रवाई करने की बात कही है. बैठक के बारे में बात करते हुए पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि सरकार ने पूरे मामले में चार हफ़्तों में जांच करवाने का आश्वासन दिया है इसलिए हम लोग अपना प्रोटेस्ट खत्म कर रहे हैं. पुनिया ने कहा कि मजबूरन हम लोगों को सड़क पर उतरना पड़ा.