कांग्रेस ने रविवार को मांग की कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस्तीफा दे देना चाहिए। इस भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि अगर वैष्णव इस्तीफा नहीं देते हैं, तो उन्हें रेलवे स्टेशन पर ‘कुप्रबंधन’ के लिए बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि रेलवे अधिकारियों को अच्छी तरह पता था कि स्टेशन पर कितने लोग प्रवेश कर रहे हैं क्योंकि हर घंटे 1500 जनरल टिकट बेचे जा रहे हैं। सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि भीड़ प्रबंधन के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं थी, कोई सुरक्षा बल नहीं देखा गया और भीड़ को खुद ही प्रबंधन करना पड़ा, जिसके कारण ऐसी त्रासदी हुई।
उन्होंने आरोप लगाया कि देश में दो हिंदुस्तान हैं, जहां एक तरफ राजा अपने दोस्तों को कुंभ में स्नान कराता है, वहीं आम लोग रेलवे प्लेटफॉर्म पर मर रहे हैं। उन्होंने कुंभ में प्रचलित वीआईपी संस्कृति की ओर भी इशारा किया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “इस मंच से हमारी केवल एक ही मांग है। कल की घटना को ध्यान में रखते हुए, जो एक नरसंहार था, रेल मंत्री को एक मिनट भी अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।” कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि रेल मंत्री को घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए। अन्यथा उन्हें बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया कि रेल मंत्री केवल रील बना रहे हैं और मौतों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे और भारतीयों को ऐसे मंत्री के हाथों में नहीं छोड़ा जा सकता। कांग्रेस नेता ने कहा, “रेल मंत्री ऐसा व्यक्ति नहीं हो सकता जो अपनी छवि बनाने में व्यस्त हो और लोगों की मौत को छोटी-मोटी घटना बता रहा हो तथा लोगों के प्रति संवेदना जताने के बजाय लोगों की मौत को छिपाने की कोशिश कर रहा हो।”