ऑनलाइन एजुकेशन देने एडटेक कंपनी बायजूस के पास नकदी का भारी संकट है. कंपनी के फाउंडर रवींद्रन बायजू को अपना घर तक गिरवी रखना पड़ा है. कंपनी ने राइट इश्यू से पैसे जुटाए तो उसके इस्तेमाल पर बड़े निवेशकों ने रोक लगा दी. अब हालत ये हो गयी है कि कंपनी को अपने सभी रीजनल ऑफिस बंद करने पड़े हैं और 15,000 एम्प्लॉइज को वर्क फ्रॉम दे दिया है. बायजूस का अब सिर्फ बेंगलुरू के नॉलेज पार्क में बना आईबीसी हेडक्वार्टर का ऑफिस ही खुला है.
बता दें कि बायजूस के 20 से ज्यादा रीजनल ऑफिस हैं जो दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, गुरुग्राम, पुणे और दूसरे शहरों मे खुले हुए थे. कंपनी का कहना है कि ऑफिस स्पेस को री-स्ट्रक्चर करने के प्रोसेस शुरू करना है और लागत में कटौती के लिए सभी रीजनल ऑफिस को बंद करने का फैसला किया गया है. हालाँकि कंपनी के देशभर में फैले 300 से ज्यादा ट्यूशन सेंटर्स काम करते रहेंगे.
नकदी के संकट से जूझ रही बायजू ने कर्मचारियों को फरवरी महीने की सैलरी को थोड़ा हिस्सा दिया है. बता दें कि कंपनी के कुछ बड़े इंवेस्टर्स बायजू संस्थापक रवीन्द्रन और उनके परिवार को कंपनी के बोर्ड से हटाने के लिए ईजीएम बुलाकर उन्हें बोर्ड से बाहर करने का प्रस्ताव पास कर चुके हैं. वहीँ बायजू रवींद्रन ने स्पष्ट रूप से कहा है कि बायजूस प्रबंधतंत्र में कोई बदलाव नहीं हुआ है, वो अब भी कंपनी के फाउंडर और सीईओ हैं. इसके अलावा एडटेक कंपनी बायजूस को लेकर एक मामला NCLT और कर्नाटक हाईकोर्ट में भी चल रहा है जिस पर इसी महीने सुनवाई होना है.